टैक्स देते समय परेशानी से बचने के लिए हर तीन महीने में ये जरूर चेक करें

AIS Income Tax: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करते समय यदि आपके AIS (Annual Information Statement) में गलत जानकारी दर्ज है तो यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। अंतिम समय में AIS में गलत जानकारी को ठीक करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए हर टैक्सपेयर को अपनी AIS को हर तिमाही में चेक करना चाहिए।

AIS Income Tax

यह भी पढ़ें:-ATM से पैसे निकालते समय भूलकर भी न करें ये गलती वरना खाली हो सकता है बैंक अकाउंट

AIS की जांच करना जरुरी

यदि AIS में कोई गलत जानकारी दर्ज हो जाती है तो उसे सही करवाने में बहुत समय और प्रयास लगता है। इसलिए हर टैक्सपेयर को नियमित अंतराल पर अपनी AIS की जांच करना चाहिए। यह उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति का सटीक सारांश प्राप्त करने में मदद करेगा और यदि कोई गलत जानकारी हो तो उसे समय पर सही कराने में मदद मिलेगी।

AIS एक वित्तीय वर्ष में आयकरदाता द्वारा किए गए सभी वित्तीय लेनदेन का विस्तृत विवरण प्रदान करता है। यह आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है और इसमें आयकर अधिनियम, 1961 के तहत सभी आवश्यक जानकारियां भी शामिल होती हैं।

फॉर्म 26AS का महत्व जाने

AIS और फॉर्म 26एएस दोनों ही आयकर विभाग द्वारा जारी किए गए दस्तावेज हैं जो एक वित्त वर्ष में करदाता द्वारा किए गए वित्तीय लेनदेन का विवरण प्रदान करते हैं। फॉर्म 26एएस में शामिल जानकारियों में शामिल रहती है –

  • विभिन्न स्रोतों से काटे गए टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) और टीसीएस (टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स) का विवरण।
  • एक वित्त वर्ष में की गई संपत्ति खरीदने की जानकारी।
  • एक वित्त वर्ष में किए गए बड़े निवेशों की जानकारी।

AIS चेक करने का तरीका

आयकर विभाग अपनी वेबसाइट पर AIS चेक करने की सुविधा प्रदान करता है। यह एक सरल प्रक्रिया है, जिसके लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा-

  • आयकर विभाग की वेबसाइट (https://www.incometax.gov.in/iec/foportal) पर जाएं।
  • अपने पैन नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें।
  • ‘Services’ टैब पर क्लिक करें और ‘AIS’ चुनकर ‘View AIS’ पर क्लिक करें।
  • अब संबंधित वित्तीय वर्ष को चुनकर ‘View’ पर क्लिक करें।

AIS चेकिंग का महत्व

  • यह आपको अपनी सभी आय का ट्रैक रखने में मदद करता है।
  • यह आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपने सभी आवश्यक करों का भुगतान किया है।
  • यह आपको आईटीआर दाखिल करने में मदद करता है।

AIS और फॉर्म 26एएस दोनों ही करदाताओं के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। एआईएस में अधिक जानकारी शामिल होती है और यह आईटीआर दाखिल करना आसान बनाता है।

टॉपिक: AIS Income Tax, AIS, Annual Information Statement

अन्य खबरें भी देखें:

Leave a Comment