सिर्फ 50 वर्षों में गरीब देश से मिडिल ईस्ट का सबसे अमीर देश कैसे बना क़तर?

Qatar rich country in 50 years: यह मोदी का 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से सातवां यूएई दौरा है। 14 फरवरी को अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। दुबई में आयोजित विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के नेताओं को संबोधित किया। यह मोदी का 2016 के बाद पहला कतर दौरा है।

1925 तक कतर को रहने लायक नहीं समझा जाता था और  लोग पलायन कर रहे थे। आज कतर मध्‍य पूर्व के सबसे रईस देशों में शुमार होता है।

Qatar rich country in 50 years

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गरीब मधुआरो का देश था क़तर

1940 के दशक में भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा था क़तर और यह देश सिर्फ 12 हजार वर्ग किमी में फैला हुआ है। उस समय पर इस जगह की अधिकांश आबादी मछुआरे और खानबदोश थे। इस तरह से यहाँ के वासी एक स्थान पर नहीं टिकते थे।

कतर में वर्ष 1930 से 1940 के दौरान भीषण आर्थिक संकट देखने को मिला और देश में लगभग 30% जनसँख्या पलायन कर गई। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, उस समय पर कतर में 24 से 25 हजार लोग ही रह गए थे।

क़तर की किस्मत बदलने की कहानी

1939 में कतर के लिए एक ऐतिहासिक साल था। इस साल कतर में तेल का पहला कुआं खोजा गया जिसने देश की किस्मत बदल दी। यह खोज एक महत्वपूर्ण समय पर हुई थी। दुनिया दूसरे विश्व युद्ध के कगार पर खड़ी थी और तेल की मांग बढ़ रही थी। कतर ने तेल का निर्यात शुरू कर दिया और उसके खजाने भरने लगे।

तेल की खोज ने कतर की अर्थव्यवस्था को बदल दिया। गरीब मछुआरों का देश अचानक दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक बन गया।

क़तर में नागरिको की वापसी हुई

1950 के दशक में कतर में खुशहाली लौटने लगी। तेल की खोज ने देश की अर्थव्यवस्था को बदल दिया और लोगों का जीवन स्तर बेहतर हुआ। देश छोड़कर गए लोग वापस लौटने लगे और काम की तलाश में दूसरे देशों के लोग भी कतर पहुंचने लगे। साल 1970 तक कतर की जीडीपी 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई थी।

गैस की खोज खजाने भरें

1971 में कतर में पहली बार प्राकृतिक गैस भंडार की खोज की गई। बाद में पता चला कि कतर दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस रिजर्व में से एक है। उस समय ईरान और रूस के पास प्राकृतिक गैस के सबसे बड़े रिजर्व थे और इस क्षेत्र में उनका दबदबा था। 1980 के दशक में कतर ने इन दोनों देशों को पीछे कर दिया।

अमेरिका को भी मदद देता है क़तर

प्रति व्यक्ति आय और जीडीपी के मामले में दुनिया में छठे नंबर पर है। दुनिया के सबसे ज्यादा सैलरी देने वाले देशों में शामिल है। स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर टेक्नोलॉजी के मामले में बड़े-बड़े देशों को टक्कर देता है। अमेरिका भी मुसीबत में कतर से मदद मांगता है। हालाँकि क़तर की सेना में केवल 90,000 सैनिक ही हैं।

अंतरराष्ट्रीय राजनीति में खास जगह

कतर केवल आर्थिक रूप से ही मजबूत नहीं है। उसने दुनिया भर के देशों के बीच ऐसी साख बनाई है कि वह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक खिलाड़ी भी बन गया है। तालिबान और अमेरिका एक साथ बैठकर मिडिल ईस्ट के सभी देशों की किस्मत पर बात करने के लिए कतर में मिले थे।

आज कतर एक आधुनिक और समृद्ध देश है। उसकी प्रति व्यक्ति आय दुनिया में सबसे अधिक है। कतर अपनी शानदार वास्तुकला, विश्व स्तरीय खेल सुविधाओं और मेजबानी के लिए जाना जाता है।

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