लाल स्याही का रहस्य, इस देश में क्यों मना है लाल स्याही से लिखना?

Significance Of Red Ink: अंधविश्वास हमारे समाज में गहरे जड़ें जमाए हुए हैं। सोशल मीडिया के आगमन के साथ, इन अंधविश्वासों का प्रसार और भी तेज़ हो गया है। इसी कड़ी में एक नया दावा किया जा रहा है कि पुर्तगाल, दक्षिण कोरिया, और जापान जैसे कुछ देशों में लाल स्याही से लिखना माना जा रहा है। इस प्रतिबंध के पीछे कई अंदरूनी और ऐतिहासिक कारण हो सकते हैं।

Significance Of Red Ink

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दक्षिण कोरिया में लाल स्याही अशुभ

दक्षिण कोरिया में लाल स्याही से लिखने को लेकर अंधविश्वास प्रचलित है। यह अशुभ माना जाता है और लोगों का मानना ​​है कि लाल स्याही से लिखने से मृत्यु या दुर्भाग्य हो सकता है। यह अंधविश्वास ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कारणों से हो सकता है।

ऐतिहासिक कारण

जोसियन राजवंश के ग्रैंड प्रिंस सुयांग ने अपने दुश्मनों की हिट लिस्ट बनाने के लिए लाल स्याही का इस्तेमाल किया था। ऐसे ही कोरियाई युद्ध में मृत नागरिकों और सैनिकों के नाम हटाने के लिए लाल स्याही का इस्तेमाल होता था।

सांस्कृतिक कारण

लाल रंग को लेकर कुछ सांस्कृतिक कारण भी मिलते है जैसे लाल रंग को मृत्यु, शोक और दुर्भाग्य से जोड़ा जाता है। ऐसे ही मृत्यु के बाद शोक अवधि के दौरान लाल रंग पहनने से मना किया जाता है।

यह ध्यान रखना है कि दक्षिण कोरिया में भी लाल स्याही से लिखने पर कोई कानूनी प्रतिबंध नहीं है। यह सिर्फ एक सामाजिक मान्यता है जिसे लोग सदियों से मानते आ रहे हैं।

लाल स्याही पर गोनटूकोरिया रिपोर्ट

गोनटूकोरिया की रिपोर्ट लाल स्याही से लिखने के बारे में एक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। इस रिपोर्ट के अनुसार, लाल स्याही से लिखने से किसी की मृत्यु नहीं होती है। पारंपरिक कोरियाई संस्कृति में मृतकों का नाम लाल स्याही से लिखने की प्रथा थी।

इसी कारण लोग जीवित लोगों का नाम लिखने के लिए लाल स्याही का उपयोग करने से बचते हैं। दक्षिण कोरिया में स्कूलों में भी बच्चों को लाल स्याही का उपयोग करने से मना किया जाता है। गलती से भी किसी का नाम लाल स्याही से नहीं लिखा जाता है।

लाल स्याही को लेकर वैज्ञानिक तथ्य

इस मामले में साइंस की बात करें तो कुछ संस्कृतियों में लाल स्याही को नकारात्मक भाव से जोड़ते है। ये उस तरह से ही है जैसे किसी स्टूडेंट के पेपर की गलतियों पर मार्किंग या फीस के रिकॉर्ड में त्रुटि को दर्शाने में इसको इस्तेमाल करते है।

इस वजह से अधिकांश पूर्वी संस्कृतियों में लाल स्याही के प्रयोग से लोग कतराते हैं। किन्तु पश्चिमी देशो में लाल स्याही का प्रयोग आमतौर पर एडिटिंग और सुधार में करते है और इसे लोग गलत नहीं मानते। एक और बात ये भी है कि लाल रंग में तरंग दैर्ध्य ज्यादा होती है तो ये सरलता से ध्यान खींचता है किन्तु इसे देखना ज्यादा तनाव वाला रहता है। आप लाल रंग को ज्यादा टाइम के लिए देखते नहीं रह सकते।

लाल स्याही का उपयोग करना या न करना व्यक्तिगत पसंद का मामला है हालाँकि इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। विभिन्न संस्कृतियों में इसके प्रति अलग-अलग धारणाएं हैं।

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