सिर्फ 1 दिन! जानिए कौन हैं वो नेता जिन्होंने सबसे कम समय के लिए संभाली मुख्यमंत्री की कुर्सी

मुख्यमंत्री का पद राज्य के नेतृत्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह पद अमूमन 5 साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है, लेकिन कई बार राजनीतिक कारणों से मुख्यमंत्री अपने पद से पहले ही इस्तीफा देना पड़ता है। ऐसा हुआ है कि एक मुख्यमंत्री का कार्यकाल बहुत ही कम रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कार्यकाल सबसे कम रहा है। उन्होंने अपना पद अधिकारिता के दौरान ही छोड़ दिया था। इससे पहले, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री अनंत कुमार जी यादव का कार्यकाल सबसे कम रहा था, जिन्होंने अपना पद 1995 में ही छोड़ दिया था।

सिर्फ 1 दिन! जानिए कौन हैं वो नेता जिन्होंने सबसे कम समय के लिए संभाली मुख्यमंत्री की कुर्सी
सिर्फ 1 दिन! जानिए कौन हैं वो नेता जिन्होंने सबसे कम समय के लिए संभाली मुख्यमंत्री की कुर्सी

इस मुख्यमंत्री का कार्यकाल रहा है सबसे कम

1. हरीश रावत (उत्तराखंड):

  • 2014 में, हरीश रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
  • 2016 में, उन्होंने विधानसभा चुनाव हार गए और 2017 में फिर से मुख्यमंत्री बने।
  • 2017 में, 6 दिनों के बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

2. प्रेम कुमार धूमल (हिमाचल प्रदेश):

  • 1998 में, प्रेम कुमार धूमल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
  • 1998 में, 4 महीने बाद ही उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

3. जगदंबिका पाल (उत्तर प्रदेश):

  • 1998 में, जगदंबिका पाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
  • 1998 में, 2 दिन बाद ही उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

4. नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश):

  • 2016 में, नबाम तुकी ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
  • 2016 में, 4 दिन बाद ही उन्हें राज्यपाल द्वारा पद से हटा दिया गया।

5. देवेंद्र फडणवीस (महाराष्ट्र):

  • 2019 में, देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
  • 2019 में, 3 दिन बाद ही उन्हें गठबंधन में बहुमत न होने के कारण इस्तीफा देना पड़ा।

किस नेता ने संभाला मुख्यमंत्री का पद केवल 1 दिन के लिए

हरीश रावत को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में 1 फरवरी 2014 को चुना गया था। लेकिन राजनीतिक उठापटक के कारण, 27 मार्च 2016 को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। फिर, 21 अप्रैल 2016 को उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन अगले दिन ही फिर से राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। इसके बाद, उन्हें फिर से मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया, लेकिन उनका रिकॉर्ड बना कि वे केवल 1 दिन तक ही सीएम रहे। इसके अलावा, देवेंद्र फड़नवीस, बी.एस. येदियुरप्पा, और नेता जगदंबिका के नाम भी उनके तीन दिन के सीएम रहने के रिकॉर्ड के साथ जुड़े हैं।

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