मार्च का रहस्य: जानिए इस महीने का इतिहास, उत्पत्ति और महत्व

March Month History: मार्च महीने का नाम और उसका स्थान किसी भी कैलेंडर के रूप में स्थापित होने के पीछे एक रोमांचक कहानी छिपी है। प्राचीन रोमी कैलेंडर में, मार्च (Martius) पहला महीना था जो वसंत और युद्ध के बीच संबंधित था।

March Month History

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मार्च महिने के नाम का मतलब

मार्च साल का तीसरा महीना है लेकिन यह हमेशा से तीसरे नंबर पर नहीं था। प्राचीन रोमन कैलेंडर में मार्च साल का पहला महीना हुआ करता था। यह नाम मंगल ग्रह के रोमन देवता “मार्स” से लिया गया है जो युद्ध और कृषि के देवता थे। रोमन लोग मार्च को एक शुभ महीना मानते थे और इस दौरान कई त्योहार मनाते थे।

मार्च तीसरे नंबर पर कैसे आया

700 ईसा पूर्व के आसपास रोमन कैलेंडर में दो नए महीने जनवरी और फरवरी जोड़े गए। यह बदलाव राजा नुमा पोम्पिलियस द्वारा किया गया था। इन नए महीनों को साल की शुरुआत में जोड़ा गया जिसके कारण मार्च तीसरे नंबर पर आ गया।

मार्च: खगोलशास्त्र का शानदार उत्पत्ति

मार्च को अलेक्जेंड्रिया के खगोलशास्त्री सोसिजीन ने विकसित किया था। इस महीने को पहले महीने के रूप में माना जाता था और इसलिए उसका नाम ऐसा होना चाहिए था कि यह सभी को प्रेरित करे। मार्च को ‘मार्स’ के नाम पर रखा गया था जो युद्ध के देवता के रूप में जाने जाते हैं।

इसका अर्थ है कि इस महीने को आगे बढ़ाने के लिए एक शौर्यपूर्ण नाम चुना गया था जो आत्मविश्वास और उत्साह भर देता है। इस खगोलशास्त्री नामकरण के पीछे यह विचार था कि मार्च जो नए साल की शुरुआत को दर्शाता है उसे एक ऊर्जावान महीना बनाए जाए जिससे हर कोई प्रेरित हो।

मार्च की ऐतिहासिक कहानी

46 ईसा पूर्व रोमन साम्राज्य के सम्राट जूलियस सीज़र ने इस महीने को ‘मार्च’ के नाम से यह महीना रोमन कैलेंडर का पहला महीना बन गया। उन्होंने साल को 12 महीने का बनाया और मार्च को पहला महीना घोषित किया। क्योंकि मार्च पहले से ही एक महत्वपूर्ण महीना था और यह वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक था। दुर्भाग्यवश जूलियस सीज़र की हत्या 15 मार्च, 44 ईसा पूर्व को मार्च महीने में ही कर दी गई थी।

ऐसे मार्च साल का तीसरा महीना बना

रोमन राजा नुमा पोम्पिलियस ने पारंपरिक रूप से जनवरी और फरवरी को कैलेंडर से जोड़ा था। ऐसे मार्च साल का तीसरा महीना बना। कुछ संस्कृतियाँ 1 मार्च को अपना नया धार्मिक साल शुरू करती है। ईरान में 21 मार्च से नया वर्ष मनता है।

ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से मार्च उन 07 महीनों में आता है जिनमे 31 होते है। इस महीने का नाम सम्मानित इतिहास और उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद दिलाता है।

प्राचीन रोम में मार्च महीने का महत्व

प्राचीन रोम में, मार्च महीने से सैन्य अभियान के मौसम की शुरुआत होती थी। इसीलिए वजह महीने का नाम मार्च रखा गया, जो “युद्ध की ओर मार्च” की ओर संकेत देता था। मार्च शब्द पुराने फ्रांसीसी शब्द मार्चियर से आया – मतलब “चलना, बढ़ना।” कहते है रोमन साम्राज्य में लड़ाई की शुरुआत मार्च महीने में होती थी।

टॉपिक: मार्च महीने का इतिहास, March Month History

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