इन 5 लोगों के पास है इतना पैसा, रोज 1 मिलियन खर्च करें तो भी 476 साल तक नहीं हो पाएगा खत्म 

एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के पांच सबसे अमीर लोगों के पास इतना पैसा है कि अगर वे हर दिन 1 मिलियन डॉलर, यानी लगभग 8.3 करोड़ रुपये खर्च करें, तो भी उनका पैसा 476 साल तक चलेगा। तो चलिए जानते हैं की आखिर कौन हैं वो लोग जो इतने अमीर हैं?

Oxfam Report के अनुसार 5 सबसे अमीर लोग

Top-5 Richest People ये लोग हैं एलन मस्क, बर्नार्ड अरनॉल्ट एंड फैमिली, जेफ बेजोस, लैरी एलिसन, और वॉरेन बफेट। यह जानकारी Oxfam Report से सामने आई है।ब्रिटेन के संगठन ऑक्सफैम के अनुसार, 2020 के बाद से इन अरबपतियों की संपत्ति 405 बिलियन डॉलर से बढ़कर 869 बिलियन डॉलर हो गई है। यह बढ़ोतरी प्रति घंटे 14 मिलियन डॉलर की दर से हुई है।

इन 5 लोगों के पास है इतना पैसा, रोज 1 मिलियन खर्च करें तो भी 476 साल तक नहीं हो पाएगा खत्म 

Top-5 richest people की कुल सम्पत्ति कितनी है ?

2023 में, दुनिया के 5 सबसे अमीर लोगों की कुल संपत्ति 1.2 ट्रिलियन डॉलर थी। इनमें शामिल हैं:

  • एलन मस्क, टेस्ला और स्पेसएक्स (Tesla and SpaceX) के सीईओ, जिनकी कुल संपत्ति 229 बिलियन डॉलर है।
  • बर्नार्ड अरनॉल्ट, मोएट हेनेसी लुई वुइटन (Moët Hennessy Louis Vuitton) के अध्यक्ष और सीईओ, जिनकी कुल संपत्ति 173 बिलियन डॉलर है।
  • जेफ बेजोस, अमेज़ॅन(Amazon) संस्थापक और सीईओ, जिनकी कुल संपत्ति 137 बिलियन डॉलर है।
  • लैरी एलिसन, ओरेकल (oracle) के संस्थापक और सीईओ, जिनकी कुल संपत्ति 109 बिलियन डॉलर है।
  • वॉरेन बफेट, बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) के अध्यक्ष और सीईओ, जिनकी कुल संपत्ति 107 बिलियन डॉलर है

बढ़ती अमीरी से गरीबों पर संकट

इस बीच, दुनिया के लगभग पांच बिलियन लोग और गरीब हो गए हैं। इस असमानता को देखते हुए, ऑक्सफैम इंटरनेशनल के अंतरिम कार्यकारी निदेशक, अमिताभ बेहार का कहना है कि यह स्थिति रातों-रात नहीं आई है, बल्कि अरबपति वर्ग ने इसे धीरे-धीरे बनाया है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अरबपति वर्ग 2020 की तुलना में अब 3.3 ट्रिलियन डॉलर या 34 प्रतिशत ज्यादा अमीर हैं। इनकी संपत्ति मुद्रास्फीति की दर से तीन गुना तेजी से बढ़ रही है।

इसके अलावा, रिपोर्ट में लैंगिक असमानता की भी चर्चा की गई है। वैश्विक स्तर पर, पुरुषों के पास महिलाओं की तुलना में 105 ट्रिलियन डॉलर अधिक संपत्ति है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था के चार गुना से भी ज्यादा है। एक सामान्य स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र की महिला कर्मचारी को उतनी कमाई करने में 1,200 साल लगेंगे, जितना कि एक फॉर्च्यून 100 कंपनी का सीईओ एक साल में कमाता है।

दुनिया भर में कई लोग लंबे समय तक और कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, अक्सर अनिश्चित और असुरक्षित नौकरियों में और वह भी बहुत कम मजदूरी पर। लगभग 800 मिलियन मज़दूरों को पिछले दो वर्षों में 1.5 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है, जो हर महीने की उनकी मजदूरी के बराबर है।

यह रिपोर्ट हमें दुनिया की वित्तीय असमानता का एक जीवंत चित्रण प्रस्तुत करती है। इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि धनी और गरीब के बीच की खाई कितनी व्यापक है और इसे कम के लिए हमें क्या करना चाहिए।

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