10 भारतीय कंपनियां: जिनके आगे पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और मालदीव की अर्थव्यवस्थाएं भी घुटने टेक देती हैं

भारत, विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, और इसका श्रेय जाता है देश की मजबूत और विविधतापूर्ण कंपनियों को। इनमें से कुछ कंपनियां इतनी विशाल और शक्तिशाली हैं कि उनकी तुलना पूरे देशों की अर्थव्यवस्थाओं से की जा सकती है।

भारत की सबसे बड़ी कंपनी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जिसे मुकेश अंबानी(Mukesh Ambani) जी चलाते हैं, ने एक बहुत बड़ी सफलता हासिल की है। इसकी कुल कीमत अब 19.82 लाख करोड़ रुपये हो गई है। यह राशि श्रीलंका, नेपाल, मालदीव, और भूटान जैसे देशों की कुल जीडीपी से भी ज्यादा है। यानी इस कंपनी की कीमत इन देशों की पूरी अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है।

10 भारतीय कंपनियां: जिनके आगे पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और मालदीव की अर्थव्यवस्थाएं भी घुटने टेक देती हैं
10 भारतीय कंपनियां: जिनके आगे पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और मालदीव की अर्थव्यवस्थाएं भी घुटने टेक देती हैं

एक साल में सभी कंपनियों का कुल मूल्य 1.1 ट्रिलियन डॉलर पार

IMF की वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) 2023 रिपोर्ट के अनुसार, भारत की टॉप-10 कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.1 ट्रिलियन डॉलर है, जो कि छह दक्षिण एशियाई देशों की कुल जीडीपी से भी अधिक है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, और इंफोसिस जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं।

भारत की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था

दुनिया की बड़ी संस्थाएं जैसे कि विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) भी भारत की तरक्की की तारीफ कर रही हैं। उनका कहना है कि भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और यह तेजी आगे भी जारी रहेगी।

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भारत की टॉप 10 कंपनियां

आइए, नज़र डालें 10 ऐसी भारतीय कंपनियों पर, जिनके आगे पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और मालदीव की अर्थव्यवस्थाएं भी फीकी पड़ जाती हैं:

1. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी और सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसका मार्केट कैप पाकिस्तान की जीडीपी से भी अधिक है।

2. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS): यह भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी IT सेवा प्रदाता है। TCS का मार्केट कैप श्रीलंका की जीडीपी से अधिक है।

3. एचडीएफसी बैंक(HDFC bank): यह भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। इसका मार्केट कैप बांग्लादेश की जीडीपी से अधिक है।

4. इंफोसिस: यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी है। इसका मार्केट कैप नेपाल की जीडीपी से अधिक है।

5. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC): यह भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी है। इसका मार्केट कैप मालदीव की जीडीपी से अधिक है।

6. हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL): यह भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी है। इसका मार्केट कैप श्रीलंका की जीडीपी के बराबर है।

7. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank): यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। इसका मार्केट कैप बांग्लादेश की जीडीपी के बराबर है।

8. भारती एयरटेल: यह भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है। इसका मार्केट कैप नेपाल की जीडीपी के बराबर है।

9. रिलायंस जियो(Reliance Jio): यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है। इसका मार्केट कैप मालदीव की जीडीपी के बराबर है।

10. एडिटो: यह भारत की सबसे बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनी है। इसका मार्केट कैप श्रीलंका की जीडीपी के 80% के बराबर है।

यह स्पष्ट है कि भारत की इन 10 कंपनियों का प्रभाव बहुत बड़ा है। इनकी सफलता भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को मजबूत बनाने और देश को विश्व स्तर पर एक शक्ति के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

छह देशों की जीडीपी का अनुमान 

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट देते हुए, बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था के 2023 में 446 अरब डॉलर तक पहुँचने की संभावना जताई गई है, जो कि एक महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है।

पाकिस्तान, जो अपने आर्थिक इतिहास के सबसे गंभीर संकट से गुजर रहा है, की जीडीपी 340.63 अरब डॉलर रहने की उम्मीद है। इस बीच, श्रीलंका की आर्थिक स्थिति पर भी प्रकाश डाला गया है, जिसकी जीडीपी 2022 में 74.84 अरब डॉलर थी, हालांकि 2023 के लिए विशेष अनुमान उपलब्ध नहीं है। नेपाल की अर्थव्यवस्था के 41.339 अरब डॉलर तक पहुँचने की संभावना जताई गई है, जबकि मालदीव और भूटान 6.97 अरब डॉलर और 2.68 अरब डॉलर की आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे हैं।

वर्तमान में भारत की GDP कितनी है ?

वर्तमान में भारत की जीडीपी 3.52 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (27 लाख 22 हजार 40 करोड़ रुपये) है, जो भूटान की जीडीपी से 1313 गुना अधिक है।

दक्षिण एशियाई देशों की अर्थव्यवस्थाओं में विविधता और चुनौतियों का मिश्रण है। भारत, इस क्षेत्र में प्रमुख अर्थव्यवस्था है, और बाकी देशों को अपनी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित करने और गरीबी, बेरोजगारी और राजनीतिक अस्थिरता जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए भारत से सीखने की जरूरत है।

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