इस बार का बजट, निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में, कई दिग्गजों को छोड़ देंगी पीछे

एक फरवरी को भारतीय राजनीति और आर्थिक जगत में एक बड़ी घटना होने जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं। यह बजट अंतरिम लेखानुदान के रूप में होगा, जिससे सरकार को अप्रैल-मई के आम चुनावों के बाद नई सरकार बनने तक कुछ विशेष मदों में खर्च करने का अधिकार मिलेगा।

इस बार का बजट, निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में, कई दिग्गजों को छोड़ देंगी पीछे
इस बार का बजट, निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में, कई दिग्गजों को छोड़ देंगी पीछे

निर्मला सीतारमण पेश करेगी बजट

सीतारमण इस बजट के साथ अपना छठा बजट पेश करेंगी। इससे पहले, वे पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश कर चुकी हैं, जिससे वे पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम दर्ज रिकॉर्ड की बराबरी करेंगी। सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं, जिन्होंने जुलाई 2019 से पांच पूर्ण बजट पेश किए हैं और अब उनका छठा बजट आने वाला है।

अन्य वित्त मंत्रियों की तुलना में आगे

सीतारमण के इस कदम से वह मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ देंगी। ये सभी पूर्व वित्त मंत्री पांच लगातार बजट पेश कर चुके हैं। देसाई ने 1959-1964 के बीच पांच वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था।

अंतरिम बजट में बड़ी घोषणाएँ नहीं होने की संभावना

आगामी आम चुनावों के कारण, इस अंतरिम बजट में किसी बड़ी नीतिगत घोषणा की संभावना कम है। वित्त मंत्री ने पहले ही एक कार्यक्रम में स्पष्ट किया था कि यह बजट मुख्य रूप से लेखानुदान पर केंद्रित होगा। इसके पारित होने के बाद, सरकार को अप्रैल से जुलाई तक की अवधि के लिए देश की संचित निधि से धनराशि निकालने की अनुमति मिलेगी।

यह बजट न केवल निर्मला सीतारमण के लिए, बल्कि भारत के आर्थिक इतिहास के लिए भी एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। इससे भारतीय आर्थिक नीतियों में आने वाले समय की दिशा का पता चलेगा।

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