Crore Leaf Plate Business: अमरदीप बर्धन और वैभव जायसवाल की यात्रा का संक्षिप्त परिचय जिन्होंने मात्र 20 हजार रुपये की शुरुआती पूंजी से एक सफल उद्यम की नींव रखी। दो युवा एमबीए छात्र, वैभव जायसवाल और अमरदीप बर्धन दोस्त बनते हैं।
अरेका पत्तों से बने पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का निर्माण शुरू किया। दोनों ने मात्र 20,000 रुपये के निवेश से 23 करोड़ की कंपनी खड़ी करते हैं।
यह भी पढ़ें:- ChatGPT निर्माता कम्पनी पहले नम्बर पर आ सकती है, 10 महीने में तिगुनी वैल्यू बढ़ी
20,000 रुपये से 23 करोड़ की कंपनी
अमरदीप बर्धन और वैभव जायसवाल ने अरेका पत्तों से बने उत्पादों की कंपनी खड़ी करके न केवल पर्यावरण की रक्षा की है बल्कि 23 करोड़ का कारोबार भी खड़ा कर दिया है। 20,000 रुपये के निवेश से शुरू हुई यह कंपनी आज 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार भी दे रही है।
ये पत्ते 90 दिनों में मिट्टी में मिल जाते हैं जिससे प्लास्टिक प्रदूषण कम होता है। रसायनों से मुक्त होने के कारण ये पत्ते स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे हैं। अरेका पत्तों का उत्पादन भारत में ही होता है जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं।
MBA के दौरान आइडिये पर काम किया
2010 में एमबीए की पढ़ाई के दौरान अमरदीप बर्धन और वैभव जायसवाल असम में छोटे स्थानीय किसानों से मिलते हैं। उस समय पर उनका उद्देश्य इस अरेका पाम के पत्तों के संग्रह और प्लेट बनाने की प्रक्रिया को समझना। ये पत्ते फल को सुरक्षा प्रदान करते हैं जो फल के पकने पर जमीन पर गिर जाते हैं। मजबूत और चिकने होने के कारण ये प्लेट बनाने के लिए आदर्श होते हैं।
बिज़नेस पर अच्छी मार्किट रिसर्च की
अमरदीप और वैभव ने महसूस किया कि अरेका पत्तों की प्लेटों में डिजाइन और आकार में विविधता की कमी थी। सीमित धन के कारण उन्होंने महंगी मशीनों के बजाय विभिन्न आकार-प्रकार की प्लेटों के लिए मोल्ड और डाई बनाने में निवेश करने का फैसला किया।
प्लेटों का उत्पादन करने के लिए असम में स्थानीय निर्माताओं के साथ भागीदारी की और “प्रकृति” ब्रांड नाम से बाजार में उतरे। 2011 में अमेरिकी बाजार में छोटी खेपों का निर्यात शुरू किया और आज “प्रकृति” ब्रांड भारत और अमेरिका में लोकप्रिय है।
इस कहानी के प्रेरक बिंदु
- प्रकृति ब्रांड को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
- अमरदीप और वैभव युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा हैं।
- उनकी कहानी दर्शाती है कि कैसे एक साधारण विचार से भी एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
अमरदीप और वैभव की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। यह दर्शाता है कि कम निवेश से भी सफलता प्राप्त की जा सकती है और पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी कारोबार खड़ा किया जा सकता है।
टॉपिक: Crore Leaf Plate Business, Success Story Of Amardeep And Vaibhav,
अन्य खबरें भी देखें:
- Welcome Speech in Hindi: मुख्य अतिथि के लिए स्वागत भाषण ऐसे करें तैयार
- भारत के 28 राज्यों और राजधानियों की पूरी सूची, नाम, 8 केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी
- भारतीय रुपये का अद्भुत सफर: जानिए कैसे विकसित हुआ भारतीय रुपया
- इलेक्टोरल बॉन्ड में इस आदमी ने दिया है सबसे ज्यादा चन्दा, लेकिन किसे?
- डायबिटीज: जानिए क्या है यह बीमारी? इन संकेतों को न करें अनदेखा