फ्री शिक्षा: क्या आप जानते हैं, कानपुर के बच्चे अब मुफ्त में बेहतरीन स्कूलों में पढ़ सकते हैं? जी हां, यह सच है! यदि आपका बच्चा भी स्कूल जाने लायक है और आप उसे अच्छी शिक्षा दिलाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। राइट टू एजुकेशन के तहत, कानपुर में निजी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
देश के गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के बच्चों के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) एक वरदान है। इस अधिनियम के तहत, निजी स्कूलों को अपने कुल नामांकन का 25% हिस्सा गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षित रखना होता है। इन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
2024 में 5000 बच्चों का लक्ष्य
पिछले साल कानपुर में 4300 बच्चों को इस योजना के तहत दाखिला मिला था। इस साल का लक्ष्य लगभग 5000 दाखिले का है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं, जो आपकी किसी भी समस्या में मदद करेंगे।
RTE के तहत नि:शुल्क शिक्षा के लिए पात्रता
- बच्चे के माता-पिता की वार्षिक आय ₹1 लाख से कम होनी चाहिए।
- बच्चे का जन्म भारत में होना चाहिए।
- बच्चे को स्थानीय निवासी होना चाहिए।
RTE के तहत नि:शुल्क शिक्षा के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- बच्चे के माता-पिता की आय प्रमाण पत्र
- बच्चे का स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र
आवेदन करने की अंतिम तिथि
RTE के तहत नि:शुल्क शिक्षा का लाभ उठाने के लिए, बच्चों के माता-पिता को अपने जिले के शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 फरवरी, 2024 है।
क्या है आवेदन की प्रक्रिया
आवेदन करने का तरीका बहुत ही आसान है। आप www.rte25.upsdc.gov.in पर जाकर अपने बच्चे के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सत्यापन की प्रक्रिया 19 से 25 फरवरी तक होगी और 26 फरवरी को लॉटरी द्वारा प्रवेश की प्रक्रिया समाप्त होगी। अभिभावकों के लिए अब बीएसए ऑफिस के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। कानपुर सदर शास्त्री नगर स्थित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को नोडल ऑफिस बनाया गया है।
RTE के तहत नि:शुल्क शिक्षा एक सुनहरा अवसर है। यह गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने में मदद कर सकता है इसके अलावा आप अपने बच्चे का भविष्य सुनहरा बना सकते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जो हर बच्चे को उच्च शिक्षा पाने का मौका देता है। तो देर किस बात की? आज ही आवेदन करें और अपने बच्चे के सपनों को उड़ान दें।
शिक्षा से बड़ा कोई धन नहीं। यह आपके बच्चे को न केवल ज्ञान देता है, बल्कि उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने की ताकत भी देता है। आइए, हम सब मिलकर इस योजना का लाभ उठाएं और अपने बच्चों को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएं।
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