RBI Digital Currency: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 दिसंबर से डिजिटल रुपये (e₹-R) को पेश करना शुरू किया है। आरबीआई डिजिटल करेंसी (Digital Currency) के पहले पायलट प्रोजेक्ट के लिए कुछ चुनिंदा शहरों को चुना गया है। इसके सफल होने के बाद दूसरे अन्य शहरों के लिए पेश किया जाएगा। पहले पायलट प्रोजेक्ट को केवल कुछ ही बैंकों से खरीदा जा सकेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक के 29 नवंबर को जारी किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया था कि डिजिटल रुपये को रिटेल के लिए लॉन्च किया जाएगा, जिसका मतलब है कि आम लोग इसका उपयोग कर सकेंगे। RBI की डिजिटल रुपये का उपयोग पर्सन टू पर्सन और पर्सन टू मर्चेंट दोनों तरीकों से किया जा सकेगा।
कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल
डिजिटल करेंसी या डिजिटल रुपये (Digital Rupee) एक टोकन के रूप में होगा। यह डिजिटल धन वर्तमान में यूज किए जा रहे कागजी नोट और सिक्कों के मूल्य के समान होगा। इसे बैंकों की ओर से जारी किया जाएगा। RBI की ओर से जिन बैंकों को डिजिटल रुपया दिया जाएगा, उन बैंकों द्वारा पेश किए गए मोबाइल वॉलेट की मदद से डिजिटल रुपये का लेन-देन किया जा सकता है। साथ ही आप QR कोड स्कैन करके भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेन-देन पर्सन टू पर्सन और पर्सन टू मर्चेंट दोनों हो सकते हैं।
नहीं मिलेगा कोई ब्याज
डिजिटल करेंसी पर किसी भी प्रकार का कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा और इसे आपके बैंक खाते में आसानी से जमा किया जा सकता है, जो अन्य भारतीय रुपये के ही बराबर होगा। आरबीआई पहले पायलट प्रोजेक्ट से सीखकर ही आगे बदलाव के साथ पूरे देश में इसे लागू करेगा।
डिजिटल रुपये जारी करने वाले बैंक
पहले प्रोजेक्ट के तहत चार शहरों में चार बैंकों, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के साथ शुरू किया जाएगा। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के लिए पेश किया जाएगा।
कितने तरह की होगी डिजिटल करेंसी
डिजिटल करेंसी को आरबीआई ने दो पार्ट में बांटा है। पहले CBDC-R के तहत रिटेल यूज के लिए उपयोग में लाया जाएगा, जिसका उपयोग आम नागरिक से लेकर कोई भी कर सकता है। वहीं, CBDC-W थोक के लिए उपयोग किया जाएगा।
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