Pet Project: 86 साल की उम्र में रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ पूरा, जाने पूरी जानकारी

रतन टाटा, जिन्हें भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक माना जाता है, ने 86 साल की उम्र में अपना एक सपना पूरा कर लिया है। उनका ‘Pet Project’, जो मुंबई में एक विश्व स्तरीय पशु अस्पताल है, आखिरकार बनकर तैयार हो गया है और मार्च 2024 में काम करना शुरू कर देगा।

यह अस्पताल 2.2 एकड़ जमीन पर बना है और इसकी लागत 165 करोड़ रुपये है। इसमें कुत्तों, बिल्लियों, खरगोशों और अन्य छोटे जानवरों के लिए 24×7 सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अस्पताल में 50 से अधिक पशु चिकित्सक और 100 सहायक कर्मचारी होंगे।

रतन टाटा ने हमेशा जानवरों से प्यार किया है और यह अस्पताल उनके इस प्यार का प्रतीक है। उन्होंने 2012 में टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटने के बाद इस अस्पताल के निर्माण की योजना बनाई थी।

Pet Project: 86 साल की उम्र में रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ पूरा, जाने पूरी जानकारी
Pet Project: 86 साल की उम्र में रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ पूरा, जाने पूरी जानकारी

जानवरों से बहुत लगाव है

वे कहते हैं कि पालतू जानवर हमारा परिवार होते हैं और उनका जीवन हर पालतू जानवर के माता-पिता के लिए मायने रखता है। इस सोच के साथ, रतन टाटा ने अपने सपने को वास्तविकता में बदलने का कदम उठाया है। उनका पेट प्रोजेक्ट एक नई दिशा का संकेत है, जिसमें पालतू जानवरों के लिए एक उच्च-स्तरीय अस्पताल की आवश्यकता को पूरा किया गया है।

अस्पताल की खासियतें

पेट प्रोजेक्ट के तहत मुंबई में एक पशु अस्पताल का लॉन्च होने जा रहा है, जो 98,000 वर्ग फीट में फैला हुआ है और 5 मंजिलों से मिलकर बना है। इस अस्पताल में 200 से अधिक बिस्तरों की क्षमता है और यह विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस है।

सेवाएं और उपलब्धियाँ

अस्पताल में 24×7 आपातकालीन और गंभीर देखभाल, ट्राइएज और ट्रीटमेंट सर्विसेज मिलेंगी। इसके साथ ही आईसीयू यूनिट्स, सर्जिकल सर्विसेज, फार्मेसी सर्विसेज, डायग्नोस्टिक्स-रेडियोलॉजी और इमेजिंग सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।

यह अस्पताल कई मायनों में विशेष है

  • यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक पशु अस्पतालों में से एक होगा।
  • यह अस्पताल गरीब और बेसहारा जानवरों के लिए मुफ्त इलाज प्रदान करेगा।
  • यह अस्पताल पशु चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के लिए भी एक केंद्र होगा।

रतन टाटा का यह ‘Pet Project’ न केवल जानवरों के लिए वरदान है, बल्कि यह मानवता के लिए भी एक प्रेरणा है। यह दर्शाता है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और यदि आप सपने देखने की हिम्मत रखते हैं तो आप उन्हें किसी भी उम्र में पूरा कर सकते हैं। यह अस्पताल जानवरों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएगा और उन्हें बेहतर जीवन जीने का मौका देगा।

रतन टाटा का संदेश

रतन टाटा ने अपने पेट प्रोजेक्ट के लॉन्च को लेकर कहा कि हर पालतू जानवर हमारा परिवार हैं और उनका जीवन हर पालतू जानवर के माता-पिता के लिए मायने रखता है। इस अस्पताल का लक्ष्य हर पालतू जानवर की देखभाल, प्यार और मानवीय दृष्टिकोण से इलाज करने के लिए विशेष सुविधाओं वाली एक ऐसी सुविधा बनाना है।

रतन टाटा के पेट प्रोजेक्ट के लॉन्च से पालतू जानवरों को बेहतर देखभाल मिलेगी और उनके जीवन को सुखद बनाने का प्रयास किया जाएगा।

गौरतलब है कि टाटा ट्रस्ट की ओर से पहले भी भारत में कई महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जैसे कि कैंसर देखभाल अस्पताल टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, एनसीपीए, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस-बेंगलुरु का निर्माण किया गया है।

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