5 सितंबर 2022 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गयी मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना की घोषणा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा की गयी।
हिमांचल सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से योजना को शुरू किया गया है।
ताकि प्रदेश का कोई भी स्टूडेंट्स अपनी पारिवारिक समस्याओं के कारण शिक्षा से वंचित ना रहे सके।

इस योजना से प्रदान होने वाले लाभ, इसके लाभार्थी होने की पात्रताएं, योजना के आवेदन जैसी सभी जानकारी आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से हम प्रदान करेंगे।
आर्टिकल | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
विभाग | उच्च शिक्षा वित्त पोषण एजेंसी |
उद्देश्य | शोधकर्ताओं को प्रोत्साहन प्रदान करना |
लाभार्थी | हिमाचल प्रदेश के शोधार्थी |
प्रोत्साहन राशि | 3000 रूपये प्रति माह 3 सालों तक |
आवेदन का माध्यम | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | – |
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna
इस योजना द्वारा राज्य में शोध करने वाले शोधार्थियों को सरकार 3000 रूपये प्रति माह प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। वार्षिक सहायता 36 हजार रूपये सरकार द्वारा प्रदान किये जायेंगे। यह राशि शोध करने के लिए 3 साल तक प्रदान की जाएगी।
इस योजना से राज्य के 1200 शोधार्थियों को प्रोत्साहन राशि प्राप्त होगी। यह योजना राज्य की उच्च शिक्षा वित्त पोषण एजेंसी के अंतर्गत कार्यान्वित होगी।
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में होने वाले शोध कार्यों की गुणवत्ता में सुधार लाना। इसके लिए सरकार शोधार्थी को प्रत्येक महीने आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
ऐसा करने से वे शोधार्थी शोध के लिए आर्थिक रूप से सक्षम हो पाएंगे। उनके शोध कार्य में तेजी आएगी। वे राज्य के विकास और उत्थान के लिए अपना सहयोग करेंगे। इस योजना से शोधार्थियों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने का प्रयास सरकार द्वारा किया गया है।
CM शोध प्रोत्साहन योजना के लाभ और विशेषताएं
- इस योजना द्वारा में शोधकार्यों को प्रोत्साहित किया जायेगा। ऐसा होने से राज्य के शोधकर्ता अच्छे से कार्य कर पाएंगे।
- राज्य में होने वाले शोध कार्यों से राज्य के कई क्षेत्रों की समस्याओं का पता लगेगा और उन्हें हल किया जायेगा।
- शोधकर्ताओं को सरकार 3 साल तक कुल प्रोत्साहन 1 लाख 8 हजार रुपए प्रदान करेगी जिसे 3 हजार रूपये प्रति/माह के रूप में प्रदान किया जायेगा।
- यह प्रोत्साहन राशि शोधार्थी के बैंक अकाउंट में डीबीटी की जाएगी।
- योजना द्वारा प्रदान की गयी फ़ेलोशिप सिर्फ शोधकार्य के लिए ही प्रयोग की जाएगी।
- राज्य के 1200 शोधार्थियों को इस योजना का लाभ प्राप्त होगा जिनमें से 680 की सूची सरकार ने जारी कर दी है।
- इस योजना की सहायता से राज्य में शोध के प्रति लोगों की रूचि बढ़ेगी।
- सरकार Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna से राज्य के शोधार्थियों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बना सकेगी।
- प्रत्येक वर्ष इस योजना का रिन्यूवल किया जायेगा। जिस से पारदर्शिता बनी रहेगी।
- इस योजना से लाभ प्राप्त करने वाले शोधार्थी के शोध की समय-समय पर रिपोर्ट जमा की जाएगी।
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna की पात्रताएं
यदि आप इस योजना का आवेदन करना कहते हैं तो इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा नीचे दी गयी पात्रताएं रखी गयी हैं:
- शोधार्थी हिमाचल प्रदेश का स्थाई नागरिक होना चाहिए।
- शोधार्थी अन्य किसी प्रोत्साहन योजना का लाभ ना ले रहा हो।
- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला, सरदार पटेल विवि मंडी, उद्यान एवं वानिकी विवि नौणी, कृषि विवि पालमपुर आदि जैसे विवि से पीएचडी कर रहे हों।
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- हिमाचली बोनाफाइड प्रमाण पत्र
- कक्षा 10 की मार्कशीट
- UG/PG की मार्कशीट
- पीएचडी का रजिस्ट्रेशन लेटर/एडमिट कार्ड
- चरित्र प्रमाण पत्र
- जाती प्रमाण पत्र यदि आवश्यक हो
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट विवरण
- अन्य योजना का लाभ प्राप्त ना करने का घोषणा पत्र
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna का आवेदन करें
यदि आप इस योजना के पात्रताएं पूरी करते हैं एवं आप इस योजना का ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो अभी आपको इसके लिए थोड़ा इन्तजार करना होगा राज्य सरकार ने अभी योजना के ऑनलाइन आवेदन से सम्बंधित आधिकारिक वेबसाइट जारी नहीं की है।

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जैसे ही राज्य सरकार योजना के ऑनलाइन आवेदन सम्बंधित कोई जानकरी प्रदान करेगी हमारे आर्टिकल द्वारा आपको जानकारी प्रदान की जाएगी। आप अभी योजना का ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन
- सबसे पहले आप अपने विश्व विद्यालय से योजना से सम्बंधित आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- अब आवेदन फॉर्म में मांगी गयी जानकारी जैसे नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि, विवि का नाम, अपना पता, बैंक विवरण आदि दर्ज करें।
- आवेदन फॉर्म भरने के बाद घोषणा पत्र भरें और उन सभी प्रमाण पत्रों को विभागों द्वारा सत्यापित करें।
- अब मांगे गए आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- आवेदन फॉर्म को भर देने के बाद आप अपने विवि के सम्बंधित विभाग में जमा करें।
उपर्युक्त प्रक्रिया से आप इस योजना का आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना से सम्बंधित प्रश्न और उत्तर
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना किस राज्य की योजना है?
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना हिमाचल प्रदेश की योजना है।
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
राज्य के शोधार्थियों को शोध हेतु प्रोत्साहन प्रदान करना ही मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य है।
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna में सरकार कितने रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है ?
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna में सरकार 3000 रूपये प्रति माह प्रदान करती है।
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna कितने सालों तक प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है?
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojna में शोधार्थी को 3 साल तक प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
CM शोध प्रोत्साहन योजना राज्य के किस विभाग के अंतर्गत कार्यन्वित है?
CM शोध प्रोत्साहन योजना राज्य के उच्च शिक्षा वित्त पोषण एजेंसी के अंतर्गत कार्यान्वित है।
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के आवेदन की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के आवेदन की आधिकारिक वेबसाइट अभी राज्य सरकार द्वारा जारी नहीं की गयी है।