मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को लाभ प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है।
खेतों में अत्यधिक हानिकारक रासायनिक प्रदार्थों के प्रयोग से होने वाले नुकसान को MP Crop Diversification Promotion Scheme के माध्यम से कम करने का प्रयास किया जायेगा।
राज्य के किसानों को इस स्कीम की सहायता से उचित प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा जिससे वह कृषि क्षेत्र में एक बेहतर सफलता हासिल कर सके।

मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना
फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना का शुभारम्भ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा राज्य के किसानों को बेहतर फसल की उपज के लिए प्रेरित किया जायेगा।
जिससे फसलों में होने वाले अत्यधिक नुकसान की रोकथाम की जा सके एवं किसानों को आधुनिक कृषि का ज्ञान प्राप्त हो सके।
योजना के माध्यम से किसानों को रासायनिक उर्वरकों का सभी इस्तेमाल करने का सम्पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी।
साथ ही लाभार्थियों के खेतों की मिट्टी अधिक उपजाऊ हो सकेगी। कृषि भूमि की मिट्टी की खोई हुई उपजाऊ क्षमता को पुनः मिटटी में प्राकृतिक खादों की सहायता से सही किया जायेगा।
मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी बैठक के दौरान यह घोषणा की गई है की पानी की कम खपत एवं 12 महीने उगने वाले मोटे अनाज जैसे गेहूं एवं धान की खेती अधिक मात्रा में की जाएगी। इसके माध्यम से किसानों को कम लागत पर उत्तम फसल प्राप्त हो सकेगी।
MP Crop Diversification Promotion Scheme Highlights
योजना | मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | मध्यप्रदेश राज्य सरकार द्वारा |
सत्र | 2023 |
उद्देश्य | किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करना |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
आधिकरिक वेबसाइट | अभी लॉन्च नहीं की गई है |
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना उद्देश्य
भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहाँ की अधिकतम राष्ट्रीय आय कृषि पर ही निर्भर करती है। परन्तु अधिक रासायनिक उपकरणों के उपयोग से होने वाली हानियों का बोध न होने के कारण किसानों की फसल प्रतिवर्ष खराब हो जाती है जिस कारण उन्हें भी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
किसानों को कृषि से संबंधित आधुनिक जानकारी प्रदान करने एवं उनकी फसलों को बेहतर बनाने के लिए सरकार उन्हें निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करेगी। साथ ही उन्हें किस ऋतू में कौन-सी फसल अधिक उपजाऊ होगी इसकी जानकारी प्रदान करेगी। जिससे किसानों की दयनीय आर्थिक स्थिति को सकारात्मक रूप से सुधारा जा सकेगा।

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Sarkari Yojana, Sarkari update at one place
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद (कैबिनेट) की बैठक हुई, जिसमें 'फसल विविधीकरण हेतु प्रोत्साहन योजना' लागू करने सहित कई अन्य निर्णय लिए गए। #CabinetDecisionMP pic.twitter.com/qQOzlMELUW
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) April 26, 2022
एमपी फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना लाभ
- योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को लाभान्वित किया जायेगा।
- राज्य के कृषियों को आधुनिक कृषि उपकरणों की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी।
- मौसम के अनुसार अधिक फायदेमंद फसलों की जानकारी प्रदान की जाएगी।
- मिट्टी की गुणवत्ता को कायम रखने के लिए उचित प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
- स्कीम की सहायता से किसानों की आय में वृद्धि की जाएगी। जिससे उनका आर्थिक जीवन सरलता बिना किसी आर्थिक तंगी के यापन हो सकेगा।
- राज्य में किसानों की दयनीय अवस्था को बेहतर बनाया जायेगा।
- किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा तो राज्य की अर्थव्यस्था बेहतर हो सकेगी एवं राज्य का भी विकास होगा।
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना मूल्यांकन
MP fasal vividhikaran protsahan yojana की सहायता से राज्य में सकरात्मक सुधार हो सकेंगे। किसानों के खेतों में आवश्यकता अनुसार ही रासायनिक पदार्थों का छिड़काव किया जायेगा।
मिट्टी की उर्वरक क्षमता को कायम रखा जायेगा किसानों को मौसम के अनुरूप फसलों का उत्पादन करने की जानकारी प्रदान की जाएगी एवं साथ ही किसानों की आर्थिक सहायता की जाएगी। जिससे वह बिना किसी आर्थिक तंगी के अपने फसलों को उचित खाद्य सामग्री प्रदान कर सकेंगे।
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना कैसे करेगी कार्य
गेहूं भारत में सर्वाधिक उत्पादित किये जाने वाला अनाज है क्योकि यह 12 महीनों उपजाऊ होने वाली फसल है। मध्यप्रदेश के अधिकांश किसान गेहूं की खेती कर रहे है जिससे उन्हें कम लागत पर अधिक मुनाफा प्राप्त हो रहा है।
भारत में गेहूं से उत्पादित खाद्य प्रदार्थों का सेवन अत्यधिक किया जाता है। एवं इसे उगाना भी बहुत सरल है इसकी फसल की सिचाई के लिए बहुत कम मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। प्रत्येक भारतीय के घर में गेहूं से बनने वाला आटा होता है।
इसलिए इसके उत्पादन से किसानों को न केवल लाभ प्राप्त होगा, बल्कि उनकी लागत भी कम आएगी।
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना के लिए सरकारी सहायता
स्कीम के तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों को 17-17 दैत्यों के समूहों में विभाजित किया जायेगा। एवं उन्हें प्रत्येक गठन बोर्ड के माध्यम से प्रशिक्षित किया जायेगा।
साथ ही कृषि संबंधित उचित निर्णय लेने में उनकी सहायता की जाएगी। जिससे किसानों का समाज में आर्थिक रूप से बेहतर विकास किया जा सकेगा।
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना से संबंधित प्रश्न-उत्तर
Madhya Pradesh Crop Diversification Promotion Scheme की शुरुआत किसके द्वारा की गई है ?
Madhya Pradesh Crop Diversification Promotion Scheme की शुरुआत MP सरकार द्वारा की गई है।
एमपी फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
एमपी फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के किसानों को कृषि संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना, जिससे सहयता से उनकी फसल अच्छी हो सके।
MP Crop Diversification Promotion Scheme के तहत लाभार्थी कौन है ?
MP Crop Diversification Promotion Scheme के तहत लाभार्थी राज्य के किसान है।
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना की आधिकारिक वेबसाइट क्या है ?
मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना की आधिकारिक वेबसाइट अभी लॉन्च नहीं की गई है।
इस लेख में हमने आपके साथ एमपी के “मध्य प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन योजना” से संबंधित जानकारी साझा की है। अगर आपको लिखित जानकारी के अलावा कोई अन्य जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में मेसेज हमें सूचित कर सकते है। हमारी टीम द्वारा आपके प्रश्नो के उत्तर अवश्य दिए जायेंगे। आशा करते है की आपको हमारे लेख के माध्यम से सहायता प्राप्त हुई होगी।