DRS को बंद करवाना चाहते है स्टोक्स, जाने बॉल ट्रैकिंग के वो तीन जोन

Strokes on DRS: अंपायर्स कॉल के मामले में विवाद हमेशा से क्रिकेट में होता रहा है और बहसें अक्सर खिलाड़ियों और टीमों के बीच उत्पन्न होती हैं। इस तरह के घटनाक्रम से खेल के नियंत्रण में हार में दिलचस्पी और विश्वास कम हो सकता है और यह खेल की नैतिकता को प्रभावित कर सकता है।

खिलाड़ियों और अंपायर्स के बीच सटीक संवाद और सहमति के माध्यम से इस तरह के मुद्दों को हल किया जा सकता है जिससे खेल का अच्छा माहौल बना रहे।

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DRS के नियम पर बहस

क्रिकेट में अंपायर डिसिजन रिव्यू (DRS) के ‘अंपायर्स कॉल’ नियम को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है। इस बार इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने राजकोट टेस्ट में मिली हार के बाद इस नियम पर नाराजगी जाहिर की है। स्टोक्स का मानना है कि उनकी टीम की हार में अंपायर्स कॉल का बड़ा हाथ रहा।

राजकोट टेस्ट में हुआ विवाद

इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली को जसप्रीत बुमराह की गेंद पर एलबीडब्लू आउट दिया गया। क्राउली ने रिव्यू लिया, हॉक आई में गेंद पिचिंग जोन के बाहर दिखी लेकिन इम्पैक्ट लाइन में था। गेंद लेग स्टंप के बहुत ही महीन हिस्से को छू रही थी इसलिए अंपायर का फैसला अंतिम रहा।

स्टोक्स (Ben Stokes) का मानना है कि यह फैसला गलत था और अंपायर्स कॉल नियम “बेकार” है। पहले भी विशाखापत्तनम टेस्ट में कुलदीप यादव की गेंद पर क्राउली को एलबीडब्लू आउट दिया गया था जिस पर स्टोक्स ने नाराजगी जताई थी।

अंपायर्स कॉल का नियम

जब थर्ड अंपायर को गेंद और स्टंप के बीच टकराव 50 प्रतिशत से कम या अनिश्चित लगता है तो उसे अंपायर्स कॉल करार दिया जाता है। इस फैसले में मैदानी अंपायर का फैसला अंतिम होता है चाहे वह आउट हो या नॉट आउट।

बेन स्टोक्स ने नियम ख़त्म करने को कहा

स्टोक्स ने कहा कि अंपायर्स कॉल नियम “बेकार” है और इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने (Ben Stokes) कहा कि यह नियम “अनुमान” पर आधारित है और “निष्पक्ष” नहीं है।

इस नियम को लेकर बहस

कुछ लोगों का मानना है कि यह नियम “अनिश्चितता” का तत्व लाता है और खेल को रोमांचक बनाता है। दूसरों का कहना है कि यह नियम “अन्यायपूर्ण” है और इसका इस्तेमाल गलत फैसले देने के लिए किया जा सकता है।

DRS के तीन मुख्य जोन

पिचिंग जोन

यह क्षेत्र स्टंप्स के दोनों सेटों के बीच होता है। इसकी सीमा दोनों छोर से बाहरी स्टंप्स तक होती है। गेंद पिचिंग जोन में गिरती है या नहीं यह DRS में महत्वपूर्ण निर्धारण होता है।

इम्पैक्ट जोन

यह वह क्षेत्र होता है जहां गेंद पहली बार पैड या बल्ले को हिट करती है। इम्पैक्ट जोन का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि गेंद विकेट को हिट करती या नहीं।

विकेट जोन

यह वह क्षेत्र होता है जहां गेंद विकेट को हिट करती है। विकेट जोन का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि गेंद विकेट को हिट करती या नहीं और यदि हां तो किस तरह से।

टॉपिक: DRS, Strokes on DRS, राजकोट टेस्ट DRS विवाद

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