Brain Attack: चेहरे, हाथ-पैर में कमजोरी? स्ट्रोक का हो सकता है खतरा

Signs of Brain Attack: स्ट्रोक, जिसे आमतौर पर ब्रेन अटैक के नाम से जाना जाता है तब होता है जब ब्रेन में रक्त की सप्लाई ठीक प्रकार से नहीं हो पाती। इसके कारण ब्रेन की रक्त वाहिकाएं फट सकती हैं जिससे ऑक्सीजन सही तरह से ब्रेन तक नहीं पहुंच पाती और ब्रेन काम करना बंद कर देता है।

यदि स्ट्रोक के दौरान रोगी को तुरंत उपचार न मिले तो यह जीवन के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्ट्रोक कभी भी अचानक से नहीं आता। इसके आने से पहले कई संकेत और लक्षण शरीर में नज़र आने लगते हैं।

Signs of Brain Attack

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ब्रेन अटैक : एक चिंताजनक स्थिति

ब्रेन अटैक, जिसे स्ट्रोक भी कहा जाता है एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है जो तब होती है जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति अचानक बाधित हो जाती है। यह रक्त वाहिकाओं के फटने या रक्त के थक्के बनने के कारण हो सकता है। यदि मस्तिष्क को कुछ मिनटों के लिए भी ऑक्सीजन नहीं मिलती है तो मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं जिससे स्थायी मस्तिष्क क्षति या मृत्यु हो सकती है।

एक हफ्ते पहले लक्षण दिखे – शोध

एक हालिया अध्ययन के अनुसार, स्ट्रोक के 43 प्रतिशत मरीजों ने स्ट्रोक आने से करीब एक हफ्ते पहले तक इसके लक्षणों को महसूस किया था। इसके लक्षणों में चेहरे, बाहों या पैरों में अचानक कमजोरी या सुन्नता, भ्रमित होना, बोलने में कठिनाई, दृष्टि संबंधी समस्याएं, सिरदर्द और चलने में असमर्थता शामिल हैं।

स्ट्रोक आने से पहले 7 अहम संकेत

स्ट्रोक के लक्षणों की पहचान करना और तुरंत चिकित्सीय सहायता प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। समय पर उपचार से स्ट्रोक के परिणामों को कम किया जा सकता है और जीवन रक्षा में मदद मिल सकती है। स्ट्रोक के प्रति जागरूकता और तत्काल उपचार की आवश्यकता को समझना जरुरी हो गया है।

हाथ-पैर में कमजोरी

स्ट्रोक आने से पहले, हाथ-पैर में अचानक कमजोरी, सुन्नता या लकवा महसूस हो सकता है। यह एक तरफ या शरीर के दोनों तरफ हो सकता है।

चेहरे में लकवा

स्ट्रोक चेहरे की मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे चेहरे में लकवा, लटकना या मुस्कुराने में परेशानी हो सकती है।

बोलने या समझने में परेशानी

स्ट्रोक मस्तिष्क के भाषा केंद्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे बोलने में कठिनाई, शब्दों को समझने में परेशानी या बोलने में अस्पष्टता हो सकती है।

दृष्टि में समस्या

स्ट्रोक मस्तिष्क के दृश्य केंद्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे एक या दोनों आंखों में धुंधली दृष्टि, दृष्टि का आंशिक नुकसान या दोहरी दृष्टि हो सकती है।

चलने में कठिनाई

स्ट्रोक मस्तिष्क के समन्वय और संतुलन को नियंत्रित करने वाले हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जिससे चलने में कठिनाई, गिरना या संतुलन खोना हो सकता है।

तेज सिरदर्द

स्ट्रोक के कारण अचानक, तेज और असामान्य सिरदर्द हो सकता है। यह सिरदर्द उल्टी, मतली या चक्कर आना के साथ हो सकता है।

भ्रम की स्थिति

स्ट्रोक मस्तिष्क के सोचने और समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे भ्रम, स्मृति हानि या ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।

स्ट्रोक आने के कुछ अन्य लक्षण

  • चक्कर आना या गिरना
  • समन्वय या संतुलन में कठिनाई
  • निगलने में परेशानी
  • अत्यधिक थकान

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सभी लक्षण सभी लोगों में नहीं होते हैं। यदि आपको स्ट्रोक का कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है। स्ट्रोक एक आपातकालीन स्थिति है और जितनी जल्दी उपचार शुरू किया जाएगा, उतनी ही बेहतर रिकवरी की संभावना होगी।

टॉपिक: Signs of Brain Attack, स्ट्रोक के संकेत, ब्रेन अटैक के लक्षण

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