Cancer Vaccine: इस देश का दावा ‘कैंसर वैक्सीन’ बनाने के करीब पहुँचे

Cancer Vaccine Soon: कैंसर दुनिया में विज्ञान की तरक्की पर सबसे बड़ी चुनौती है। दशकों से कैंसर को मात देने के लिए वैज्ञानिक लगे हुए हैं लेकिन अब तक कैंसर की वैक्सीन बनाने में सफलता नहीं मिली है। दुनिया के कई देश इस वैक्सीन को बनाने में लगे हैं और रूस भी इनमें से एक है।

Cancer Vaccine Soon

यह भी पढ़ें:- Expired medicine: गलती से खा ली एक्सपायरी डेट वाली दवा? जानिए क्या करें और क्या न करें! एक्सपायरी डेट वाली दवा

कैंसर वैक्सीन पर बड़ी घोषणा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 15 फरवरी 2024 को एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि रूस कैंसर की वैक्सीन बनाने के बहुत करीब पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि रूस के वैज्ञानिक कैंसर की वैक्सीन बनाने के बहुत करीब पहुंच गए हैं और सब कुछ ठीक रहा तो बहुत जल्दी यह मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएगी।

उन्होंने कहा, “हम कैंसर वैक्सीन और नई पीढ़ी के लिए इम्यूनोमॉडुलेटरी दवा बनाने के बहुत करीब हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि यह वैक्सीन कैंसर के इलाज में बेहद प्रभावकारी साबित होगी।” हालांकि पुतिन ने यह नहीं बताया कि वैक्सीन किस प्रकार की है और कितने दिनों में आ जाएगी।

2030 में वैक्सीन का ट्रायल

रायटर की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के कई देश और कंपनियां कैंसर की वैक्सीन बनाने में लगी हुई हैं। पिछले साल ब्रिटिश सरकार और जर्मनी की बायोटेक कंपनी BioNTech के बीच एक करार हुआ था जिसके तहत कैंसर की वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हुआ था। हाल ही में इस वैक्सीन का तीसरा ट्रायल शुरू हुआ है।

BioNTech का दावा है कि इस ट्रायल में न्यूनतम से न्यूनतम साइड इफेक्ट्स आए हैं। कंपनी ने 2030 तक 10,000 मरीजों पर कैंसर वैक्सीन के ट्रायल का लक्ष्य रखा है।

स्किन कैंसर मेलानोमा पर काम जारी

फर्मास्युटिकल कंपनी मॉडर्ना और मर्क एंड कंपनी एक एक्सपेरिमेंटल कैंसर वैक्सीन विकसित कर रही हैं जो अभी मिड स्टेज में है। स्टडी में दावा किया गया है कि स्किन कैंसर मेलानोमा से होने वाली मौत को इस वैक्सीन से बहुत हद तक कम किया जा सकता है। स्किन कैंसर में मेलानोमा सबसे खतरनाक है।

6 कंपनियों ने वैक्सीन बनाई

एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमावायरस को खत्म करने के लिए वर्तमान में 6 कंपनियों ने वैक्सीन बना ली है। एचपीवी के कारण सर्वाइकल कैंसर होता है जो महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक है। भारत में भी सीरम इंस्टीट्यूट ने एचपीवी वैक्सीन बना ली है जिसे सरकार बड़े पैमाने पर देश में 9 से 14 साल की लड़कियों को मुफ्त में देने की योजना बनाई है।

कैंसर की वैक्सीन पर काम कर रहे देश

  • अमेरिका – अमेरिका में कई कंपनियां और संस्थान कैंसर की वैक्सीन विकसित करने पर काम कर रहे हैं जिनमें मॉडर्ना, बायोएनटेक, और जॉनसन एंड जॉनसन शामिल हैं।
  • जर्मनी – जर्मनी में बायोएनटेक और फाइजर मिलकर कैंसर की वैक्सीन विकसित कर रहे हैं।
  • चीन – चीन में कई कंपनियां कैंसर की वैक्सीन विकसित करने पर काम कर रही हैं जिनमें कैनसिनो बायोलॉजिक्स और चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज शामिल हैं।

ध्यान रखे कि कैंसर की वैक्सीन कैंसर का इलाज नहीं है। यह केवल कैंसर को रोकने में मदद कर सकती है। कैंसर के इलाज के लिए अभी भी अन्य तरीकों की आवश्यकता होगी।

टॉपिक:

अन्य खबरें भी देखें:

Leave a Comment