NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े मुसीबत में फंसे, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने कसा शिकंजा

मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर, समीर वानखेड़े, एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। वित्तीय जांच एजेंसी, ईडी (इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट) ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। इस मामले में ईडी ने NCB के तीन अन्य अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है, जिससे इस मामले की जटिलता और भी बढ़ गई है।

NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े मुसीबत में फंसे, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने कसा शिकंजा
NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े मुसीबत में फंसे, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने कसा शिकंजा

शाहरुख खान के मामले में विवाद

वानखेड़े पिछले साल तब सुर्खियों में आए थे जब CBI ने उन्हें और अन्य को बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे, आर्यन खान को ड्रग्स मामले में फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। इस घटना ने वानखेड़े की छवि पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाया और उनकी वित्तीय संपत्तियों की जांच का द्वार खोल दिया।

ED ने कई बड़े आरोप लगाए आरोप

ईडी की जांच में यह पता चला है कि वानखेड़े की संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक है, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को बल मिलता है। उनकी विदेश यात्राओं के दौरान किए गए खर्चे भी जांच के दायरे में हैं, जिन्हें वे उचित ठहरा पाने में विफल रहे हैं।

वानखेड़े का कहना है….

दूसरी तरफ, वानखेड़े ने इन आरोपों को अपने ऊपर लगाए गए अन्याय के रूप में प्रस्तुत किया है। उनका कहना है कि उन्हें देशभक्त होने की सजा दी जा रही है। वानखेड़े ने अपनी ड्यूटी के दौरान कई उच्च प्रोफाइल मामलों की जांच की है, जिनमें से एक कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग मामला भी शामिल है, जिसमें आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था।

आगे क्या?

समीर वानखेड़े के खिलाफ चल रही जांच ने कई प्रश्न उठाए हैं और भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में भ्रष्टाचार के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर किया है। इस मामले का परिणाम न केवल वानखेड़े के भविष्य को प्रभावित करेगा बल्कि भारतीय न्यायिक और प्रशासनिक प्रणाली पर भी गहरा प्रभाव डालेगा।

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