Japanese Army Crocodile Attack: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1945 में एक भयानक घटना घटी थी, जिसे “रामरी द्वीप नरसंहार” के नाम से जाना जाता है। इस घटना में कथित तौर पर 500 जापानी सैनिकों को मगरमच्छों ने मार डाला था।
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79 साल पहले की भयानक घटना
यह घटना 79 साल पहले हुई थी जब द्वितीय विश्व युद्ध अपने चरम पर था। ब्रिटिश सैनिक बर्मा (अब म्यांमार) में जापानी सेना से लड़ रहे थे। लड़ाई के दौरान ब्रिटिश सैनिकों ने लगभग 1,000 जापानी सैनिकों को एक दलदली मैंग्रोव जंगल में पीछे धकेल दिया था।
दोनों सेनाओं के बीच भयंकर लड़ाई चल रही थी। जब दोनों सेनाएं एक दूसरे के हमले से बचने में लगी थीं तभी एक तीसरा दुश्मन सामने आ गया। दुर्भाग्य से जापानी सैनिकों को अंदाजा नहीं था कि उन पर कौन सा खतरा मंडरा रहा है।
मगरमच्छों ने सैनिको पर हमला किया
जापानी सैनिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना से हारकर बर्मा (अब म्यांमार) में स्थित रामरी द्वीप पर भाग गए थे। वे घने दलदल में फंस गए थे और भोजन और पानी की कमी से जूझ रहे थे। एक रात जब सैनिक दलदल से निकलने की कोशिश कर रहे थे तब उन पर 100 से अधिक मगरमच्छों ने घात लगाकर हमला कर दिया। मगरमच्छों ने सैनिकों को घेर लिया और उन्हें जिंदा खा लिया।
नरक के शोर को सुना
जिन लोगों के साथियों पर यह हमला हुआ था उनका कहना है कि उन्होंने नरक के शोर को देखा है। मगरमच्छों के चिल्लाने और सैनिकों की चीख-पुकार से पूरा दलदल गूंज उठा था। यह घटना इतिहास में सबसे भयानक मगरमच्छ हमलों में से एक मानी जाती है। इस घटना ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुए नरसंहारों की सूची में एक नया नाम जोड़ दिया।
गिनीज बुक में यह घटना दर्ज हुई
राइट ने बताया कि मगरमच्छों ने जो कुछ बचा था उसे खाने के लिए सुबह गिद्ध आ गए। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, राइट के इस दावे के कारण केवल 20 जापानी सैनिक ही जीवित बचे थे। उनकी कहानी के कारण इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अब तक का सबसे भयानक जानवरों का हमला माना जाता है।
रामरी द्वीप नरसंहार की सटीक संख्या को लेकर कुछ विवाद है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि मारे गए सैनिकों की संख्या 500 से कम थी। इस घटना को लेकर कई कहानियां और किंवदंतियां भी प्रचलित हैं।
रामरी द्वीप नरसंहार के मुख्य बिंदु
- राइट ने बताया कि मगरमच्छों ने सैनिकों पर हमला किया और उन्हें पानी में खींच लिया।
- सैनिकों ने वापस लड़ने की कोशिश की लेकिन मगरमच्छ बहुत शक्तिशाली थे।
- केवल 20 जापानी सैनिक ही जीवित बच पाए।
- इस घटना को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अब तक का सबसे भयानक जानवरों का हमला माना जाता है
रामरी द्वीप नरसंहार एक भयानक घटना थी जिसने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुए नरसंहारों की सूची में एक नया नाम जोड़ दिया। इस घटना से हमें सीख मिलती है कि प्रकृति के प्रति सम्मान रखना कितना महत्वपूर्ण है।
टॉपिक: Japanese Army Crocodile Attack, Battle Of Ramree Island
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