भारत रत्न, देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के रूप में, विशेष योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। यह सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, और सार्वजनिक सेवाओं में अपने उत्कृष्ट योगदान से देश का मान बढ़ाया है।
पंडित नेहरू के कार्यकाल में भारत रत्न
पंडित जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल में 12 व्यक्तियों को भारत रत्न से नवाजा गया, जिसमें स्वयं नेहरू जी भी शामिल थे। इस दौरान प्रदान किए गए भारत रत्न ने विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय प्रगति को समर्थन दिया।
इंदिरा गांधी और भारत रत्न
इंदिरा गांधी के शासनकाल में 6 विशिष्ट व्यक्तियों को भारत रत्न प्रदान किया गया। इस कालखंड में सम्मानित व्यक्तियों का चयन उनके योगदान और राष्ट्रीय प्रगति में उनकी भूमिका के आधार पर किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत भारत रत्न
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में, अब तक 10 व्यक्तियों को इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री, राजनीतिज्ञ, वैज्ञानिक, और संगीतकार शामिल हैं। इस सम्मान ने विविध क्षेत्रों में भारतीय उत्कृष्टता का जश्न मनाया है।
डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में भारत रत्न पुरस्कार
यूपीए सरकार के तहत, जब डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तीन विशिष्ट व्यक्तियों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा गया। इस दौरान, खेल, विज्ञान और संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों को चुना गया, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर उनके कार्यों की पहचान और सराहना की जा सके।
भारत रत्न और इसका सामाजिक प्रभाव
भारत रत्न सम्मान न केवल प्राप्तकर्ताओं को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है बल्कि यह समाज में युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनता है। इस सम्मान के माध्यम से, भारत सरकार उत्कृष्टता की खोज और सर्वोत्तम कार्यों की सराहना का संदेश देती है।
विवाद और चुनौतियां
भारत रत्न पुरस्कार को लेकर समय-समय पर विवाद भी उठे हैं, खासकर जब प्राप्तकर्ताओं का चयन राजनीतिक आधार पर होने का आरोप लगता है। हालांकि, इस सम्मान की प्रतिष्ठा और महत्व इन विवादों से ऊपर है, और यह भारतीय समाज में उच्च सम्मान और प्रतिष्ठा का प्रतीक बना हुआ है।
निष्कर्ष
भारत रत्न सम्मान भारतीय राष्ट्रीयता के सार को प्रतिबिंबित करता है, जो विविधता, उत्कृष्टता और राष्ट्रीय गौरव को संजोये हुए है। प्रत्येक प्राप्तकर्ता ने अपने क्षेत्र में असाधारण योगदान देकर राष्ट्र की प्रगति और समृद्धि में योगदान दिया है। यह सम्मान न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों का जश्न मनाता है बल्कि यह भारत की सामूहिक आशाओं और सपनों का भी प्रतीक है।
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