Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ? – गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ? और इससे सम्बंधित जानकारी बताने जा रहें है। अगर आप भी मछली पालने के शौक़ीन है तो आप गोल्डफिश मछली रख सकते है। इस मछली को पालने के लिए आपको इसकी ज्यादा देखभाल करने की जरूरत नहीं है। यह पालने के लिए सबसे अच्छी मछली मानी जाती है।

यहां हम आपको बताएंगे Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ? गोल्डफिश की उत्पत्ति कहाँ हुई थी ? गोल्डफिश सम्बंधित सामान्य जानकारी क्या है ? इन सभी के विषय में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे।

गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?
गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?

Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ?

क्या आप जानते है गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या होता है ? वैसे तो गोल्डफिश का नाम क्रुशियन कॉर्प होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम Carassius Auratus होता है। बहुत से लोग गोल्डफिश को अपने घर में रखते है। यह मछली बहुत ही फ्रेंडली है और इसे घर में आसानी से पाला जा सकता है। गोल्डफिश को सुनहरी मछली के नाम से भी जाना जाता है।

एक्वेरियम की दुनिया में छोटी सी दिखने वाली गोल्डफिश असल जिंदगी में एक फुटबॉल के जितने आकार की होती है। इसके अलावा इसका वजन 4 किलो तक बढ़ सकता है। इतना ही नहीं गोल्डफिश अन्य मछलियों पर हमलावार प्रकृति की होती है। यह मछली हमेशा अन्य मछलियों पर हमला करने की तलाश में रहती है।

गोल्डफिश सम्बंधित प्रमुख जानकारी

उम्मीदवार ध्यान दें यहां हम आपको गोल्डफिश से जुडी कुछ मुख्य जानकारी प्रदान करने जा रहें है। इन जानकारियों को आप नीचे दी गई सारणी के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –

आर्टिकलGoldfish ka Scientific Naam Kya hai ?
फिश का नामगोल्डफिश
गोल्डफिश का साइंटिफिक नामकैरासियस औराटस
हिंदी नामसुनहरी मछली
अन्य नामक्रुशियन कॉर्प
जातिकैरासियस

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गोल्डफिश की उत्पत्ति और सामान्य जानकारी Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ?

गोल्डफिश दिखने में बहुत ही आकर्षित और सुंदर होती है। यह एक बहुत ही लोकप्रिय मछली है। यह सुनहरे रंग की होती है और इसके पंख छोटे होते है। गोल्डफिश मीठे पानी में निवास करती है। इसकी उत्पत्ति चीन में हुई थी। इसका इतिहास 1700 वर्ष से भी पुराना है। गोल्डफिश सबसे पहले चीन में पाई गई थी और उसके बाद धीरे-धीरे सम्पूर्ण विश्व में फ़ैल गई। अगर आप गोल्डफिश को कांच के जार में 5 साल तक भी रखेंगे तो यह इतने वर्षो तक जीवित रह सकती है। अगर इसे पर्याप्त मात्रा में भोजन और सही पानी मिले तो गोल्डफिश 10 से 15 साल तक जीवित रह सकती है।

इसके अलावा आपको बता दें गोल्डफिश 12-14 दिनो तक भोजन के बिना जीवित रह सकती है। गोल्डफिश का रिकॉर्ड भोजन के बिना जीवित रहने का सबसे लम्बा रिकॉर्ड 4 महीने तक रहा है। यह अधिकांश चीनी तालाबों में एक्युरियम के बाहर घाटियों और दलदलों में पाई जाती है। गोल्डफिश अधिकांश धीमी गति से चलने वाले पानी में पाई जाती है। यह फिश जलीय पौधे, मच्छरों का लारवा और पानी के रहने वाले कीड़े, बाजरा, मक्का और अंडे आदि सब खाती है।

पालतू गोल्डफिश की किस्मे

यहाँ हम आपको गोल्डफिश की अलग-अलग किस्मो के बारे में बताने जा रहें है। सुनहरी मछली की कुछ किस्मे काफी मजबूत होती है जिनके बारे में हम आपको नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से बताने जा रहें है। गोल्डफिश की किस्में निम्न प्रकार है –

  • काले मूर
  • बब्ल आई
  • ओरांडा
  • पर्लस्केल
  • शुबनकिन
  • रैन्चु
  • पांडा मूर
  • वेलटेल
  • रयुकिन
  • सिंह मस्तिष्क (लायनहेड)(सुनहरीमछली)
  • पोमपोम (सुनहरीमछली)
  • तितली पूंछ (बटरफ्लाई टेल)(सुनहरीमछली)
  • फैनटेल (पंखे नुमा पूंछ वाली)(सुनहरीमछली)
  • दिव्य आंखें (सेलेस्चिय्ल आई)
  • दूरबीन आंख (टेलिस्कोप आई)

गोल्डफिश कितना खाना खाती है ? Goldfish ka Scientific Naam Kya hai ?

अगर आपने भी अपने घर के एक्वेरियम में गोल्डफिश रखी हुई है तो आपको उसकी देखभाल बहुत ही अच्छे से करनी चाहिए। हालांकि गोल्डफिश सबसे अधिक पाले जाने वाली मछलियों में से एक है। अब बात करते है आखिर गोल्डफिश एक दिन में कितना खाना खाती है ? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें गोल्डफिश के भोजन की मात्रा उसके वजन पर निर्भर करती है। हालांकि गोल्डफिश को एक दिन में केवल 2 से 3 बार ही भोजन देना चाहिए। क्योंकि गोल्डफिश को अपने भोजन करने की लिमिट नहीं पता होती है और वह खाना खाती ही रहती है जो उसके लिए खतरनाक होता है। इसलिए ध्यान रखें कि आप एक्वेरियम में केवल इतना ही खाना डाले जिसे वह 1 से 2 मिनट में खा ले। अधिक भोजन खाने से गोल्डफिश की जान खतरे में आ सकती है। कुछ मछलिया अधिक भोजन खाने के कारण ही कम समय तक जीवित रह पाती है।

अगर अपने अपने घर में गोल्डफिश रखी हुई है और आपको उसके भोजन की मात्रा का नहीं पता है तो आप दिन में कई बार और अधिक मात्रा में उसके लिए भोजन डालेंगे। लेकिन आपको ऐसा बिलकुल भी नहीं करना है। बार बार भोजन डालने से फिश अधिक मात्रा में में भोजन ग्रहण करेगी और वह खाती ही रहेगी क्योंकि उसका अपने खाने पर कण्ट्रोल नहीं होता है। यही कारण है कि गोल्डफिश जल्दी मर जाती है।

घर में गोल्डफिश रखने के फायदे

हालांकि आज के समय में बहुत से लोग मछली पालने के शौक़ीन होते है। लेकिन क्या आप जानते है मछली को घर में किस दिशा में रखने से फायदा होता है। यहाँ हम आपको बताने जा रहें है एक्वारियम को घर में किस दिशा में रखने से फ़ायदा होता है। घर में गोल्डफिश रखने के फायदे निम्न प्रकार है –

  • जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे एक्वेरियम घर की आंतरिक सुंदरता बढ़ाने में सहायक होता है। फिश पोंड से आपके घर की आंतरिक सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है।
  • एक्वेरियम में तैरती हुई छोटी और बड़ी मछलियां घर तथा मन दोनों को शांत कर देती है।
  • एक्वेरियम साज-सज्जा का हिस्सा तो है ही लेकिन इसे वास्तु शास्त्र के साथ भी जोड़कर देखा जाता है। ऐसा माना जाता है अगर वास्तु के अनुसार एक्वेरियम को घर में सही दिशा में रखा जाये तो पैसो से जुडी सभी परेशानियां खत्म हो जाती है।
  • इसके अलावा परिवार में खुशनुमा वातावरण बना रहता है।
  • प्रकृति की रौशनी में नीचे एक्वेरियम को रखने से मानसिक परेशानी कम होती है।
  • इसके अलावा एक्वेरियम के अंदर बहते हुए पानी की आवाज से घर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और सम्पूर्ण घर में प्रवाहित होती रहती है।
  • जानकारी के लिए दें आपको कभी भी एक्वेरियम को अपने सोने के कमरे यानी बेडरूम और रसोईघर यानी किचन में नहीं रखना चाहिए।
  • आपको घर के मध्य में कभी भी एक्वेरियम स्थापित नहीं करना चाहिए।
  • घर की सुख-शान्ति और कैरियर के लिए एक्वेरियम को घर के पूर्व दिशा या उत्तर दिशा में स्थापित करना सबसे अच्छा माना जाता है।

Goldfish की आयु कितनी होती है ?

जैसा कि आप सभी जानते है ऐसा हर प्राणी जिसने धरती पर जन्म लिया है उसकी मृत्यु होना निश्चित है। ठीक इसी प्रकार मछलियों का भी एक जीवनकाल होता है। बात करे गोल्डफिश की आयु कि तो आपकी जानकारी के लिए बता दें गोल्डफिश की उम्र उसके रहने के स्थान पर निर्भर करती है कि वह कैसे स्थान या पानी में रह रही है। बहुत से लोगो का मानना है कि गोल्डफिश अधिक समय तक जीवित नहीं रह सकती है। अगर आपने अपने घर में गोल्डफिश को एक बाउल में रखा हुआ है तो ऐसी स्थिति में गोल्डफिश की उम्र केवल 5 -6 साल होगी और अगर एक्वेरियम में है तो इसकी उम्र 8 -7 साल तक हो सकती है लेकिन तालाबों आदि में रहने वाली गोल्डफिश की उम्र 20 से 30 साल हो सकती है। इसका कारण यह है कि बाउल में गोल्डफिश का सही ढंग से विकास नहीं हो पाता है।

गोल्डफिश से जुडी कुछ रोचक जानकारी

यहाँ हम आपको गोल्डफिश से जुडी कुछ रोचक जानकारी देने जा रहें है। इन जानकारियों को आप नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। गोल्डफिश से जुडी कुछ रोचक जानकारी निम्न प्रकार है –

  • अन्य मछलियों की तरह गोल्डफिश की पलके नहीं होती है।
  • गोल्डफिश आँखे खोलकर सोती है।
  • गॉल्डफिश में याद रखने की क्षमता अधिक होती है। यह 2-3 महीने पुरानी बातो को याद रख सकती है।
  • सुनहरी मछली को ट्रेनिंग भी दी जा सकती है।
  • गोल्डफिश को खाया भी जा सकता है।
  • गोल्डफिश जहरीली नहीं होती है।
  • यह मछली बेस्वाद होती है।

क्या गोल्डफिश को खा सकते है ?

दोस्तों जैसे की आमतौर पर कुछ लोग मछली का सेवन करते है तो बहुत से लोगो के मन में यह प्रश्न आता है कि क्या गोल्ड फिश को भी खाया जा सकता है। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें जी हाँ,गोल्डफिश को भी खाया जा सकता है। लेकिन आपको गोल्डफिश का सेवन करने से पहले कुछ जरूरी बातो को ध्यान में रखना होगा। यहाँ हम आपको इन जरूरी जानकारी के बारे में बताने जा रहें है –

  • गोल्डफिश की त्वचा परतदार होती है और इसे साफ़ करने में काफी समय लग जाता है।
  • गोल्डफिश खाने में इतनी स्वादिष्ट नहीं होती है बाकी सभी के स्वाद पर निर्भर करता है।
  • इसकी त्वचा पर अधिक मात्रा में बैक्टीरिया और पैरासाइट पाए जाते है जो साफ़ करने के बाद भी नहीं जाते है।
  • गोल्डफिश का सेवन करने से स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक समस्याएं उत्पन्न होती है।
  • यह मछली जहरीली नहीं होती है।

Goldfish ka Scientific Naam Kya hai सम्बंधित प्रश्न और उत्तर

गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?

गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम Carassius auratus है।

गोल्डफिश का वजन अधिकतम कितना होता है ?

गोल्डफिश का वजन अधिकतम 4 किलो तक बढ़ सकता है।

Goldfish का मुख्य आहार क्या है ?

गोल्डफिश का मुख्य आहार अन्य मछलियों के अंडे है।

गोल्डफिश एक साल में कितनी दूरी तय कर सकती है ?

एक रिसर्च के अनुसार गोल्डफिश एक साल में 230 किलोमीटर की दूरी तक कर सकती है।

गोल्डफिश को हिंदी में क्या कहते है ?

Goldfish को हिंदी में सुनहरी मछली कहते है ?

Goldfish का अन्य नाम क्या है ?

Goldfish का अन्य नाम क्रूशियन कॉर्प है।

गोल्डफिश कैसे पानी में रहती है ?

गोल्डफिश मीठे पानी में रहती है और यह अधिकांश समुद्र की गहराई में पाई जा सकती है।

जैसे कि इस लेख में हमने आपको Goldfish ka Scientific Naam Kya hai और इससे जुडी समस्त जानकारी साझा की है। इसके अतिरिक्त अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज करके पूछ सकते है। आपके सभी प्रश्नो के उत्तर अवश्य दिए जाएंगे। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहायता मिलेगी।

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