Tips to make children book lovers: आजकल बच्चे ज्यादातर लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। इसके कारण, वे पढ़ाई के अलावा भी अन्य गतिविधियों में डिवर्ट हो जाते हैं। मोबाइल पर आने वाले विज्ञापन और लिंक्स उन्हें व्याकुल कर देते हैं। यहां कुछ टिप्स हैं जो आपके बच्चे को किताबों से प्रेमी बनाने में मदद कर सकते हैं:
बच्चों के साथ आप भी पढ़ें बुक
UNICEF की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे आमतौर पर उन्हीं गतिविधियों को करते हैं जो उनके आसपास के माहौल से सीखते हैं। इसलिए, यदि आप अपने बच्चों को किताबों से प्यार कराना चाहते हैं, तो खुद भी मोबाइल का इस्तेमाल कम करें। बजाय इसके, उनके सामने बुक पढ़कर उन्हें सुनाएं। ऐसा करने से धीरे-धीरे उन्हें भी किताबों में रुचि आएगी और वे बुक पढ़ना शुरू कर देंगे।
अपने बच्चों को पढ़ाई में रुचि बढ़ाने के लिए “रीडिंग टाइम” को सेट करें!
अपने बच्चों की आदतों को बदलने में “रूटीन” बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आप उन्हें रीडिंग टाइम का समय निर्धारित करें, तो वे उस समय पर खेल-कूद के बाद किताब पढ़ने के लिए तैयार हो सकते हैं। पर ध्यान दें कि आप उनके साथ बैठें और उनकी पढ़ाई को सुनें।
बच्चों को पढ़ाई के लिए जोशीला और मनोरंजक बनाएं
बच्चों को पढ़ाने के लिए ज्यादा दबाव न डालें, बल्कि उन्हें मजेदार तरीके से पढ़ाएं। इससे उनकी रुचि बढ़ेगी और वे किताबों को पढ़ने में आनंद लेंगे।
बच्चों की रुचि को बढ़ाने के लिए, उन्हें उनके रुचि के अनुसार ही किताबें दिखाएं। यानी, ज्यादा टेक्स्ट वाली किताबों की बजाय ग्राफिक्स और फोटोज़ के साथ आकर्षक किताबें लेकर आएं। इससे उन्हें पढ़ने में रुचि आएगी और वे किताबों को खोलकर पढ़ने के लिए उत्सुक होंगे।
किताबे पढ़ने का लाभ
बच्चों को किताबें पढ़ने के कई लाभ होते हैं। यहाँ कुछ मुख्य लाभों की सूची है:
- भाषा विकास: किताबें पढ़ने से बच्चों की भाषा कौशल में सुधार होता है। वे नए शब्द सीखते हैं, संवाद कौशल विकसित करते हैं, और अपनी भाषा का उपयोग करके विचारों को व्यक्त करने का अभ्यास करते हैं।
- मानसिक विकास: किताबें बच्चों के मानसिक विकास में मदद करती हैं। वे विचारों को समझते हैं, समस्याओं को हल करने का अभ्यास करते हैं, और स्वतंत्र रूप से सोचने की क्षमता विकसित करते हैं।
- सामाजिक और इंटरपर्सनल संवाद: किताबें बच्चों को सामाजिक समझ, और इंटरपर्सनल संवाद कौशल में सहायक होती हैं। वे किताबों के किरदारों के साथ जुड़ते हैं, उनके भावनाओं को समझते हैं, और उनसे संवाद करने का अभ्यास करते हैं।
- अच्छी आदतें और नैतिक मूल्यों का अभ्यास: किताबों में आत्माओं और नैतिक मूल्यों को प्रमोट करने वाली कहानियां होती हैं, जो बच्चों को अच्छी आदतों का अभ्यास करने में मदद करती हैं।
- संवेदनशीलता और इमेजिनेशन: किताबें बच्चों की संवेदनशीलता और इमेजिनेशन को विकसित करती हैं। वे कहानियों के माध्यम से नये और रोमांचक दुनियाओं में खो जाते हैं, जो उनकी सोचने की क्षमता को बढ़ाता है।
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