MLC का फुल फॉर्म क्या है ?– आज हम आपको अपने इस लेख के अंतर्गत एमएलसी फुल फॉर्म से सबंधित जानकारी को साझा करने जा रहे है। साथ ही एमएलसी से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को यहाँ विस्तार रूप में दिया गया है की एमएलसी क्या है। आप सभी की जानकारी के लिए बता दें की एमएलसी का अर्थ यहाँ पर विधान परिषद सदस्यों से संबंधित है। यानी की यह राजनीती के क्षेत्र से संबंधित है।

MLC full form in Hindi MLC का फुल फॉर्म क्या है
MLC full form in Hindi– एमएलसी का पूरा नाम Member of Legislative Council है। जिसे हिंदी में विधान परिषद सदस्य के रूप में जाना जाता है। यह सभी सदस्य विधान सभा में बैठने वाले सदस्य होते है। इन सभी सदस्यों का चयन एमएलसी चुनाव पूर्ण होने के बाद किया जाता है। विधान सभा का गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 169, 171(1), 171(2) के तहत किया गया है।
एमएलसी राज्य के द्वीसदनीय विधानमंडल के अपर हॉउस लेजिसलेटिव एसेम्बली का मेंबर होता है। इन्ही मेंबर को एमएलसी Member of Legislative Council के रूप में जाना जाता है। आप सभी की जानकारी के लिए बता दें की एमएलसी का चुनाव जनता के द्वारा नहीं किया जाता है, स्पष्ट रूप से कहे तो प्रत्यक्ष रूप से आम जनता के द्वारा विधान परिषद के सदस्यों का चयन नहीं किया जाता है।
MLC का फुल फॉर्म क्या है ?
- M– Member
- L– Legislative
- C– Council
हिंदी में एमएलसी को विधान परिषद सदस्य कहते है। इन सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्षो का होता है। विशेष तौर पर एमएलसी के रूप में नियुक्त हुए सदस्यों को शिक्षक, राज्यपाल स्नातक ,निकाय के द्वारा 6 वर्ष की अवधि के लिए चयनित किया जाता है। लेकिन Member of Legislative Council के कुछ मेंबर की हर दो वर्ष में सेवानिवृति होती रहती है। जिसके पश्चात नए सदस्यों का चयन किया जाता है। विधान परिषद के सदस्यों के पास विधायक जैसी सभी पावर उपलब्ध होती है।
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भारत के किन राज्यों में विधान परिषद लागू है ?
भारत के कुछ राज्यों में विधान परिषद (एमएलसी) लागू है। देश के कुछ राज्यों में लोकतंत्र के ऊपरी प्रतिनिधि सभा को विधान परिषद के नाम से पहचाना जाता है। आप नीचे दी गयी जानकारी के अनुसार देख सकते है की भारत के किन राज्यों में विधान परिषद मौजूद है।
- महाराष्ट्र
- तेलंगाना
- कर्नाटक
- बिहार
- उत्तर प्रदेश
- आंध्र प्रदेश
इन राज्यों के अतिरिक्त विधान परिषद लागू करने के लिए उड़ीसा, असम, राजस्थान को भी पूर्णतया मंजूरी दी गयी है। इन राज्यों में भी अब एमएलसी लागू की जाएगी।
MLC के क्या कार्य होते है ?
एमएलसी सदस्यों के निम्न प्रकार के कार्य होते है। जो की इस प्रकार से निम्नवत है।
- सभी बिलो को स्वीकार एवं अस्वीकार करने का कार्य एमएलसी के पास होता है।
- मंत्रिमंडल में कानून व्यवस्था को बनाये रखने और सभी मुद्दों में बात करने का प्रस्ताव विधान परिषद के सदस्यों द्वारा रखा जाता है।
- विधान परिषद के सभी कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
- विधान मंडल के सदस्यों को एमएलसी में शामिल किया जाता है।
MLC चुनाव प्रक्रिया इस प्रकार से होती है।
अप्रत्यक्ष रूप से विधान परिषद के सदस्यों का चयन किया जाता है। यानी की इन सदस्यों को केवल वही लोग वोट करते है जिनको जनता के द्वारा वोट देकर प्रतिनिधि चुना गया है। एमएलसी के एक तिहाई सदस्यों को विधान सभा के चयनित विधायकों के द्वारा किया जाता है। इसी के साथ बाकी के बचे हुए एक तिहाई सदस्यों का चयन उन सभी लोगो द्वारा किया जाता है जो नगर निगम ,पंचायत समिति ,नगर पालिका आदि के प्रतिनिधि होते है। इसके अतिरिक्त 1/22 सदस्यों को शिक्षको ,और राज्यपाल के द्वारा चयनित किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर यहाँ देखे।
- यदि किसी राज्य में 100 एमएलसी सदस्यों का चयन करना है तो उसमें से 38 मेंबर का चयन विधायक (MLA) द्वारा किया जायेगा।
- 36 सदस्यों को जनता के प्रतिनधि द्वारा।
- 16 सदस्य शिक्षको द्वारा
- एवं अंत में 10 सदस्यों का चयन राज्यपाल द्वारा किया जायेगा।
एमएलसी हेतु योग्यता
विधान परिषद सदस्य बनने के लिए निम्न प्रकार की योग्यताएं होनी चाहिए।
- एमएलसी मेंबर हेतु आयु 30 वर्ष या फिर उससे अधिक होनी चाहिए।
- एमएलसी सदस्य हेतु नागरिक भारत देश का मूल निवासी नागरिक होना चाहिए।
- MLC सदस्य बनने के लिए व्यक्ति के पास निर्णय लेने के क्षमता होनी चाहिए।
- सरकारी पद में कार्यरत कर्मचारी एमएलसी सदस्य के लिए पात्र नहीं है।
- सदस्य बनने के लिए व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में होना चाहिए।
MLC का फुल फॉर्म क्या है FAQ
एमएलसी का पूरा नाम क्या है ?
एमएलसी का पूरा नाम Member of Legislative Council है।
विधान परिषद किसे कहते है ?
Member of Legislative Council एमएलसी के सदस्यों को विधान परिषद कहते है।
एमएलसी का चयन किस प्रकार से किया जाता है ?
एमएलसी सदस्यों का चयन विधायक, राज्यपाल, शिक्षकों और जनता के प्रतिनधि द्वारा किया जाता है।
विधान परिषद क्या होता है ?
देश के किसी भी राज्य में दो प्रकार के सदन होते है इन सदनों में उच्च सदन को विधान परिषद के नाम से जाना जाता है। और निम्न सदन को विधानसभा के नाम से, विधान मंडल के स्थाई रूप में विधान परिषद को जाना जाता है। जिससे वह सदन को भंग नहीं कर सकता है।