अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – International Womens Day Speech in Hindi 2023

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण कैसे बोले इसके बारे में बताने जा रहें है। आप सभी जानते होंगे प्रतिवर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। जिसके लिए स्कूल,कॉलिज,अन्य शिक्षण संस्थानों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस शुभ अवसर पर नारियो के सम्मान में कुछ शब्द कहने के लिए बहुत से बच्चे और बड़े अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण बोलने के लिए भाषण तैयार करते है।

यहाँ हम आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण कैसे बोले इसके बारे में जानकारी देंगे जा रहें है। हालांकि आप भाषण बोलने के दौरान बीच बीच में कविता और शायरी भी बोल सकते है। इससे आपने भाषण सुनने में श्रोताओं को आनंद आएगा और कोई आपने भाषण से बोर नहीं होगा। हालांकि सभी आपका भाषण रूचिपूर्ण और ध्यान लगाकर सुनेंगे। International Womens Day Speech in Hindi 2023 सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़िए –

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – International Womens Day Speech in Hindi
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – International Womens Day Speech in Hindi

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण

वही देश बना है महान,
जिसने किया नारियों का सम्मान।

माननीय मुख्य अतिथि, आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियो, आप सभी में महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जैसा कि आप सभी जानते है आज यहां हम सब यहाँ पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर एकत्रित हुए है। आज के दिन प्रति वर्ष सम्पूर्ण विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज के इस शुभ दिवस पर मैं आप सभी के समक्ष महिलाओं के सम्मान में कुछ कहना चाहता हूँ/चाहती हूँ।

कहते है – “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता। ” अर्थात जहाँ नारी का सम्मान होता है वहां देवता का निवास करते है। नारियो के इसी सम्मान का जश्न मनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। आज के समय महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि महिलाएं हर क्षेत्र में तरक्की कर रही है। हालांकि महिलाओं से देश की तरक्की केलिए प्रत्येक क्षेत्र ने योगदान दिया है चाहे वह खेल का मैदान हो,कला का क्षेत्र हो या फिर शिक्षा का क्षेत्र।

महिलाएं न केवल घर की देखभाल और बच्चो को संभालती है बल्कि वे बाहरी क्षेत्र में नौकरी करके भी बखूबी अपना कर्तव्यों का पालन करती है। इतना सब करते हुए भी हमारा समाज महिलाओं को वो सम्मान नहीं दे पाता जिस सम्मान की वे असल में हक़दार है। महिलाओ को हमेशा से ही सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ा है और इसके अलावा पुरुषो के सामना भी झुकना पड़ता है। महिलाएं कितनी भी आत्मनिर्भर क्यों न बन जाएँ लेकिन समाज महिलाओं को सम्मान देना तो दूर सम्मान की नजर से देखना भी नहीं चाहता है। नारियो के सम्मान में कुछ पंक्तियाँ याद आ गई कहना चाहूंगा –

कुछ लोग कहते है, नारी का कोई घर नहीं होता,
लेकिन सच तो ये है, कि नारी के बिना कोई घर नहीं होता।

आज भी बहुत से परिवार ऐसे है जो बेटा और बेटी में फर्क करते है और बेटो को बेटी की अपेक्षा अधिक पढ़ाते है। अगर कुछ परिवार अपने बेटा और बेटी को समान शिक्षा का अधिकार देते भी है तो बेटियों को कामयाबी की सीढ़ी पर कदम रखने से पहले ही उन्हें शादी के बंधन में बाँध दिया जाता है। जिसके बाद वे केवल अपने परिवार में ही फंसकर रह जाती है। यही कारण है कि बेटियां या महिलाएं अपना कैरियर नहीं बना पाती जिससे उसे पति पर निर्भर रहना पड़ता है।

कुछ महिलाएं तो शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण ससुरालपक्ष के शोषण का शिकार बनकर रह जाती है। आज के समय में बहू-बेटियों पर इतने जुल्म होते है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। न जाने हमारा समाज और हमारा देश किस और जा रहा है ? हमारे देश में रानी लक्ष्मीबाई, मदर टेरेसा, लता मंगेशकर, इंदिरा गांधी जैसी नारियां हुई है। इसके अलावा हमारे देश में प्रतिभा पाटिल जैसी महिलाओं ने राष्ट्रपति का सर्वोच्च पद प्राप्त करके देश का मान बढ़ाया है।

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शक्ति का अवतार है नारी,
धैर्य का भण्डार है नारी,
नारी बिन ये जग है अधूरा,
जीवन का आधार ही नारी।

भारतीय संस्कृति में भी महिलाओं के महत्व को बताते हुए उन्हें देवी का रूप बताया गया है। हिन्दू शास्त्रों और पुराणों में भी महिलाओं की अदम्य शक्तियों का वर्णन किया गया है। महिलाएं एक माँ, बहन, बेटी और बहू बनकर अपने सभी कर्तव्यों को और भली-भाँति निभाती है और संस्कारी एवं एक सभ्य समाज का निर्माण करती है। वास्तव में नारी सूरज की सुनहरी किरण और प्रेम का आगार है। हम सभी को महिलाओं को महत्व समझना चाहिए एवं उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए।

महिलाएं और बेटियां आये दिन अलग-अलग तरीको से किसी न किसी के अत्याचारों की शिकार बनती जा रही है। इसका कारण सिर्फ एक ही है देश की महिलाएं पूर्ण रूप से सशक्त नहीं है। दो चार लोगो की सोच बदलने भर से काम नहीं चलेगा। धीरे-धीरे ही सही मगर पूरे समाज की सोच में बदलाव आना बहुत जरूरी है। यह काम कोई अकेला एक व्यक्ति नहीं कर सकता।

बल्कि हम सभी को इसके बारे में गहनता से सोचना होगा और अपने विचार बदलने होंगे और नारियों को उनके हक़ का सम्मान उन्हें देना होगा। हालांकि अगर देखा जाये तो आज के समय में समाज में महिलाओ और बेटियों के प्रति पहले की अपेक्षा काफी बदलाव आया है। अधिकांश समाज अपनी बहू और बेटियों को शिक्षा के लिए अग्रसर हो रहे है। वह चाहते है कि उनकी बहू-बेटी पढ़ लिखकर अपने साथ-साथ अपने परिवार का नाम रोशन करें और अपना भविष्य उज्जवल बनाएं।

आप जानते भी होंगे सरकार द्वारा महिलाओ को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। आज के दिन को मनाने का उद्देश्य भी महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना ही है। न केवल अंतर्राष्ट्रीय महिला डीएस के शुभ अवसर पर बल्कि हर दिन हमे यह प्रण लेना चाहिए कि हम महिलाओं को पूरा सम्मान देंगे, उनकी तरक्की पर किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं लगाएंगे और उन्हें सशक्त बनने में अधिक से अधिक सहयोग देंगे।

जिस दिन देश की आधी आबादी महिला सशक्त बन गई उस दिन हमारे देश को सशक्त बनने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगी। अब कुछ कुछ शब्द कहकर अपनी वाणी को विराम देना चाहूंगा/चाहूंगी। जो कहते है कि महिलाएं आखिर करती ही क्या है –

सब कुछ करके भी कभी कुछ न कहना,
उन्हें थोड़ा भी गुमान नहीं,
महिला होना इतना भी आसान नहीं।।

विदाई समारोह पर भाषण 2023 – Best Farewell Speech In Hindi

International Womens Day Speech in Hindi 2023 सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से सम्बंधित शायरी बताइये।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से सम्बंधित शायरी निम्न प्रकार है –
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,
हजारो दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए,
हजारो बून्द चाहिए समुन्द्र बनाने के लिए ,
पर एक स्त्री अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए।

प्रथम अंतर्राष्टीय महिला दिवस कब मनाया गया था ?

प्रथम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वर्ष 1911 में मनाया गया था।

जैसे कि इस लेख में हमने आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है। अगर आपको इन जानकारियों के अलावा अन्य कोई भी जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज करके पूछ सकते है। हमारी टीम द्वारा आपके सभी के उत्तर अवश्य दिए जाएंगे। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहायता मिलेगी।

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